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तूल पकड़ रहा जमशेदपुर में फल दुकान से पोस्टर हटाने का मामला, बाबूलाल मरांडी ने साधा सरकार पर निशाना - पुलिस का कार्यशैली पर उठाए सवाल

जमशेदपुर में पोस्टर लगाकर फल बेच रहे दुकानदारों पर कार्रवाई के मामले में राजनीति तेज हो गई है. इस मामले में पूर्व सीएम और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार पर निशाना साधा.

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बाबूलाल मरांडी, बीजेपी विधायक दल के नेता

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Published : Apr 26, 2020, 6:06 PM IST

जमशेदपुर: शहर के कदमा बाजार में कुछ फल दुकानदारों द्वारा विश्व हिंदू परिषद का पोस्टर लगाकर फल बेचने पर प्रशासनिक कार्रवाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले पर अब राजनीति भी तेज हो गई है. इस मामले में पूर्व सीएम सह बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार पर निशाना साधा.

दरअसल, जमशेदपुर के कदमा में कुछ फल दुकानदार विश्व हिंदू परिषद का पोस्टर लगाकर फल बेच रहे थे. इसकी शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने शनिवार को कार्रवाई की. पुलिस ने बाजार में पहुंचकर वहां से पोस्टर हटवा दिया, इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट भी किया गया था, इस ट्वीट के बाद सीएम ने जमशेदपुर के एसएसपी अनूप बिरथरे को इस मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया था.

इसके बाद इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया, इसी कड़ी में बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट किया कि 'जमशेदपुर में एक फल दुकान पर की गई पुलिसिया कार्रवाई की हम कड़ी भर्त्सना एवं निंदा करते हैं. ऐसे तो पूरे देश-दुनियां में इस तरह के नाम से मसलन पंजाबी ढाबा, हिन्दू होटल, मुस्लिम होटल जैसे नाम से विभिन्न धर्मों के ढाबा, रेस्तरां, होटल हैं. हिंदू नाम का अखबार भी है पता नहीं, झारखंड की पुलिस को क्या हो गया है। वह लॉकडाउन की अपनी नाकामी और निकम्मेपन पर पर्दा डालने के लिए राज्य को उन्माद और तनाव की आग में धकेलना चाहती है. पुलिस झारखंड में एक नई प्रवृत्ति को जन्म दे रही है. मुख्यमंत्री जी, झारखंड पुलिस की इस कारस्तानी को देखिए. ऐसे पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई कीजिए और झारखंड को झुलसने से बचाइए.'

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इधर, राज्य के पूर्व मंत्री और रांची के विधायक सीपी सिंह ने भी राज्य सरकार की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि 'किस कानून के तहत पोस्टर हटवाया गया है. क्या राज्य में हिंदू धर्म का पालन नहीं किया जा सकता है'.

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