रांची: देश में दुष्कर्म की वारदातों को लेकर झारखंड 8वें स्थान पर है. साल 2019 के एनसीआरबी के आंकड़ों के लिहाज से झारखंड में साल 2019 में दुष्कर्म की 1416 घटनाएं दर्ज हुई हैं. सीआईडी मुख्यालय के आंकड़ों को सही माने तो इस साल एक जनवरी से 31 जुलाई के बीच यानि 213 दिनों में दुष्कर्म की 1033 वारदातें हुई हैं. साल 2019 में औसतन प्रति दिन 3.87 महिलाओं से दुष्कर्म की वारदात हुई. साल 2020 में दुष्कर्म की औसतन वारदात प्रतिदिन बढ़कर 4.84 हो गई है.
लॉकडाउन के बावजूद बढ़ी वारदात
एनसीआरबी और सीआईडी के आंकड़ों की माने तो साल 2019 की तुलना में 2020 में दुष्कर्म की औसत वारदातों में बढ़ोतरी हुई है. 22 मार्च 2020 के बाद देशभर में लॉकडाउन लागू था. बावजूद इसके दुष्कर्म की घटनाओं में सिर्फ अप्रैल माह में गिरावट आयी. संपूर्ण लॉकडाउन के बाद भी अप्रैल में 104 और मई में दुष्कर्म की 169 वारदातें हुईं. साल 2019 में एक दिन में औसतन प्रति दिन जहां चार वारदातें होती थी तो 2020 में अब तक औसतन पांच वारदातें रोजाना हुई हैं.
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क्या है दूसरे राज्यों की स्थिति
- एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, दुष्कर्म की सर्वाधिक 5997 घटनाएं राजस्थान में दर्ज हुई थी.
- उतर प्रदेश में 3065, मध्यप्रदेश में 2485, महाराष्ट्र में 2299
- केरल में 2023, असम में 1773, हरियाणा में 1480 वारदात दर्ज किए गए
- दुष्कर्म के 1416 कांड के साथ झारखंड 8वें स्थान पर है
- पड़ोसी राज्य बिहार में दुष्कर्म के 730, पश्चिम बंगाल में 1069, छत्तीसगढ़ में 1036 केस दर्ज हुए हैं.
साल 2019