रांची: राजधानी में पुलिस और आम लोगों की सतर्कता की वजह से एक मासूम के साथ अनहोनी होने से टल गई. साजन अंसारी नाम का एक शख्स शनिवार की देर रात एक बच्ची को प्लास्टिक के बोरे में बंद कर ले जा रहा था. इसी बीच बच्ची के रोने की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों ने साजन अंसारी को पकड़ लिया और उसकी जमकर धुनाई कर डाली. यानि पुलिस और आम लोगों की सतर्कता से एक मासूम का अपहरण होने से बच गई.
आ रही थी बच्चे के रोने की आवाज
इस मौके पर पहुंचे कोतवाली पुलिस ने तुरंत भीड़ से सज्जाद को बचाते हुए बच्ची को मुक्त करवाया और गिरफ्तार कर थाने ले आई. शनिवार कि रात दो बजे कोतवाली पुलिस की एक टीम गश्त पर थी. इसी दौरान फिर फिरायालाल चौक के पास कुछ रिक्शा चालकों ने पुलिस को बताया कि एक व्यक्ति अभी थोड़ी देर पहले सफेद रंग के बारे में कुछ भरकर ले जा रहा है, जो देखने में संदिग्ध लग रहा है. बोरे में से किसी के रोने की आवाज भी आ रही है. उसी वक्त पुलिस की पेट्रोलिंग की एक और गाड़ी भी मौके पर पहुंच गई.
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फुटपाथ पर सोई थी बच्ची
मामला गंभीर जान पुलिस ने तुरंत बोरा लेकर जा रहे व्यक्ति का पीछा शुरू किया और उसे आगे जाकर धर दबोचा. पुलिस और स्थानीय लोगों लोगों ने जब बोरा खोला तो उसमें से एक बच्ची निकली. जिसके बाद स्थानीय लोग पकड़े गए युवक साजन अंसारी को बुरी तरह से पीटने लगे. किसी तरह पुलिस ने उसे भीड़ से बचाया और थाने ले आई. बच्ची से पूछताछ करने पर मालूम चला कि बच्ची रांची के चुटिया इलाके की रहने वाली है. वह अपने नानी के साथ कूड़ा-कचरा चुनकर फिरयालाल मार्केट के सामने दुकान के साइड में सोई हुई थी. उसे पता ही नहीं चला कि उसे कब बोरे में डाल दिया गया. सज्जाद अंसारी उसे बोरे में बंद कर अपहरण कर ले जा रहा था.
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला दर्ज
गिरफ्तार साजन अंसारी रांची के हिंदपीड़ी थाना क्षेत्र का रहने वाला है. कोतवाली पुलिस उसके खिलाफ काजल के अपहरण का मामला दर्ज कर जरूरी कानूनी कार्रवाई कर रही है. कोतवाली थाना प्रभारी श्याम आनंद मंडल ने बताया कि पुलिस और स्थानीय लोगों की सतर्कता की वजह से एक बड़ा मामला टल गया. बच्ची को प्राथमिक इलाज करवाकर उसके नानी को सौंप दिया गया है. इस मामले को लेकर कोतवाली थाना में स्थित एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग थाने में भी मामला दर्ज किया गया है.