रांची: शहर के कांटा टोली चौक पर दिनदहाड़े एक युवक को अगवा करने की खबर राजधानी में आग की तरह फैली. लगातार पुलिस थाने में फोन बजने लगे कि एक युवक को दिनदहाड़े उठा लिया गया है. लेकिन मामला कुछ और ही था. झारखंड एटीएस की टीम ने गैंगस्टर अमन के सहयोगी इरफान को गुप्त सूचना के आधार पर उठाया था.
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झारखंड पुलिस की एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (एटीएस) ने कांटाटोली इलाके में रहने वाले मो. इरफान नाम के व्यक्ति को फिल्मी अंदाज में उठाकर अपने साथ ले गई. जिस अंदाज में एटीएस की टीम ने इरफान को उठाया था, उससे परिजनों को अपहरण की आशंका हुई थी. हालांकि देर शाम परिजनों को जानकारी मिली की इरफान को एटीएस टीम ने उठाया है. एटीएस गुप्त ठिकानों पर इरफान को ले जाकर पूछताछ कर रही है. अधिकारियों के मुताबिक इरफान का संबंध रांची जेल में बंद अमन साव से रहा है. अमन साव के गुर्गों के खिलाफ एटीएस लगातार अभियान चला रही है. बीते दिनों एटीएस टीम ने सात जिलों में 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी.
कांटाटोली पेट्रोलपंप के पास से एटीएस ने उठाया
जानकारी के मुताबिक मो इरफान कांटाटोली इलाके के गौसनगर में रहता है. शुक्रवार की सुबह इरफान स्कॉर्पियो गाड़ी से निकले थे. इसी दौरान कांटाटोली पेट्रोलपंप के पास एक दूसरी स्कॉर्पियो में सवार एटीएस के पुलिसकर्मियों ने ओवरटेक कर इरफान को रोका. इसके बाद अपने साथ ले गई. घटना की जानकारी मिलने के बाद इरफान की पत्नी अपहरण की शिकायत लेकर सदर थाना पहुंची थी. परिजनों के मुताबिक इरफान घर से मोबाइल खरीदने की बात कह निकला था.
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पूर्व में नक्सली गतिविधि में जा चुका है जेल
जानकारी के मुताबिक मो इरफान पूर्व में लातेहार से नक्सली गतिविधियों में संलिप्तता के कारण जेल जा चुका है. जेल से छूटने के बाद इरफान ने अपने बेटे के नाम पर ट्रैक्टर और ऑटो की एजेंसी लातेहार शहर में ही खोला है. इस एजेंसी को उसका बेटा ही संभालता है. इरफान की अमन साव के साथ नजदीकियों की जानकारी पुलिस को मिली थी. इसी अधार पर एटीएस की टीम ने कार्रवाई शुरू की है. एटीएस ने अमन साव से जुड़े कुछ लोगों के खिलाफ गुरूवार को भी हजारीबाग में कार्रवाई की थी. एटीएस को जानकारी मिली है कि अमन साव और उसके करीबियों ने रियल स्टेट समेत अलग- अलग कारोबार में पैसों का निवेश किया है. एटीएस को निवेश संबंधी कई सबूत भी मिले हैं. जिसका सत्यापन एटीएस कर रही है.