रांची: झारखंड में कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार ने स्वास्थ्य विभाग को चिंता में डाल रखा है. कोरोना को लेकर झारखंड में प्रतिबंध की मांग कर रहे हैं. झारखंड में बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मिलने से परेशान स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अरुण कुमार सिंह ने आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने राज्य में पिछले कुछ दिनों में कोरोना की स्थिति और इसके फैलाव का जिक्र करते हुए संक्रमण रोकने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं.
कहीं झारखंड में बेकाबू ना हो जाए कोरोना, स्वास्थ्य विभाग का एसडीएमए को सुझाव, सख्त फैसले लेने की है जरूरत - झारखंड में लॉकडाउन
कई लोग कोरोना को लेकर झारखंड में प्रतिबंध की मांग कर रहे हैं. झारखंड में कोरोना (corona in jharkhand) की रफ्तार बेकाबू होती जा रही है. हर रोज नए मामलों में इजाफा हो रहा है. शनिवार को झारखंड में कोरोना 1007 नए मरीज मिले हैं. जो कोरोना की दूसरी लहर के बाद सबसे ज्यादा है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अरुण कुमार सिंह ने आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव को एक पत्र लिख कर जरूरी कदम उठाने के सुझाव दिए हैं.
अपर सचिव स्वास्थ्य के पत्र के बाद आपदा प्रबंधन विभाग लेगी फैसला
अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) के सुझाव के बाद राज्य के आपदा एवं प्रबंधन विभाग को यह तय करना होता है कि कोरोना के रोकथाम के लिए किस तरह का प्रतिबंध वह राज्य में लगाता है.
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अपर मुख्य सचिव के पत्र में क्या है सुझाव
प्रमुख स्वास्थ्य सचिव राज्य में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए 15 जनवरी तक सभी पार्क और स्टेडियम को बंद रखने, 15 जनवरी तक जिम और स्वीमिंग पूल को बंद रखने, पूजा स्थलों को भक्तों के लिए बंद रखने, स्कूल कालेजों को ऑफलाइन बंद कर ऑनलाइन क्लास करने, बॉयोमेट्रिक्स अटेंडेंस बंद करने सहित कुल 12 सुझाव दिए हैं. जिस ओर अब आपदा प्रबंधन विभाग को फैसला करना है.