रांची:शांति और अहिंसा की राह पर चलने वाले और अपने आप को गांधी भक्त कहने वाले टाना भगत भी अब हिंसा की राह पर चल पड़े हैं. लातेहार में हुई हिंसक झड़प (Lathi charge on Tana Bhagat movement in Latehar) के बाद टाना भगतों को लेकर राजधानी की पुलिस अलर्ट मोड पर है. राजधानी में निकलने वाले टाना भगतों पर नजर रखी जा रही है (Alert in Ranchi regarding).
टाना भगतों को लेकर अलर्ट जारी, आंदोलन की तैयारी में हैं गांधी भक्त
लातेहार में टाना भगतों पर पुलिस के लाठीचार्ज (Lathi charge on Tana Bhagat movement in Latehar) के बाद रांची पुलिस भी पूरी तरह अलर्ट मोड पर है. पुलिस को आशंका है कि टाना भगत रांची में भी आनंदोलन कर सकते हैं और इस दौरान हिंसा भड़क सकती है. इसे देखते हुए रांची पुलिस पहले से ही अपनी तैयारी कर रही है (Alert in Ranchi regarding).
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रांची बन सकता है आंदोलन केंद्र:आशंका जताई गई है कि लातेहार में हुए पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में टाना भगत बड़ा आंदोलन कर सकते हैं, ऐसे में राजधानी रांची से भी बड़ी संख्या में टाना भगत लातेहार कूच कर सकते हैं या फिर राजधानी को ही अपने आंदोलन का केंद्र बना सकते हैं. आंदोलन की आशंका को लेकर रांची पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. ग्रामीण से लेकर शहरी थानेदारों को सीनियर अधिकारियों के द्वारा सतर्क रहने को कहा गया है.
बेड़ो इलाके सबसे ज्यादा अलर्ट:रांची के बेड़ो इलाके में सबसे ज्यादा टाना भगत निवास करते हैं, ऐसे में बेड़ो में टाना भगतों पर विशेष नजर रखी जा रही है. राजधानी रांची में भी अपनी मांगों को लेकर कई बार ताना भगत आंदोलन कर चुके हैं. यही वजह है कि पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है. क्षेत्र में तैनात पुलिसकर्मियों को यह निर्देश दिया गया है कि अगर कहीं भी टाना भगत इकट्ठा होते हुए दिखाई देते हैं तो तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दी जाए.
लातेहार में हुई थी हिंसक झड़प:टाना भगतों ने सोमवार को पांचवीं अनुसूची लागू करने की मांग को लेकर लातेहार सिविल कोर्ट में घेराव प्रदर्शन किया. धरना प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारी उग्र हो गए. उग्र आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. इस दौरान कोर्ट परिसर में भगदड़ मच गई थी. लाठीचार्ज में कई पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई थी.
हिंसक होना चिंता की वजह:यह पहली बार है जब टाना भगतो पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा है, उनके हिंसक बर्ताव को लेकर प्रशासन की चिंता बढ़ी है, क्योंकि अपने आप को गांधी के अनुयायी मानने वाले टाना भगत कभी भी हिंसा में विश्वास नहीं करते थे, लेकिन लातेहार में उन्होंने पुलिस पर जमकर पथराव किया.