रांची: विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन करने वाली सभी पार्टियां अपने-अपने हिसाब से समीक्षा बैठक कर रही है. इसी को लेकर झारखंड की आजसू पार्टी ने भी विचार मंथन कार्यक्रम का आयोजन किया. विधानसभा चुनाव में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई झारखंड की आजसू पार्टी ने भी शुक्रवार को पार्टी के आला नेताओं के साथ विचार मंथन किया.
2 दिनों के विचार मंथन के दौरान पार्टी ने राज्य में आगे की राजनीति करने के लिए कई अहम फैसले लिए. दो दिवसीय विचार मंथन कार्यक्रम के बाद पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत ने बताया कि आजसू पार्टी ने स्वतंत्र रूप से राज्य में राजनीति करने का निर्णय लिया है. पार्टी के लिए झारखंड के विचार, विषय और जन मुद्दे पहले की तरह ही महत्वपूर्ण है और इन बातों पर पार्टी संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है.
इसके साथ ही पार्टी पूरे प्रदेश स्तर पर सांगठनिक ढांचा का भी पुनर्गठन करेगी. प्रमंडल स्तर पर सम्मेलन कर पार्टी की सभी इकाइयों को सुदृढ़ किया जाएगा. इसके लिए केंद्रीय अध्यक्ष ने प्रमंडल स्तर पर जिम्मेदारी संभालने के लिए प्रभारी भी बनाए हैं. आजसू के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत ने बताया कि पार्टी सरकार से सदन में यह सुनिश्चित कराएगी कि 1932 की खतियान के अधार पर स्थानीय नीति में संशोधन के बाद ही नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू की जाए, ताकि झारखंड के आदिवासियों और मूल निवासियों को उनका अधिकार मिल सके.