रांची: प्रदेश में एनडीए गठबंधन को लेकर छाई धुंध अभी साफ होने का नाम नहीं ले रही है. एनडीए के प्रमुख घटक दल आजसू पार्टी ने दावा किया कि अंतिम निर्णय बीजेपी को लेना है. पार्टी सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो ने मंगलवार को कहा कि मामला केवल सीट शेयरिंग से जुड़ा हुआ नहीं है बल्कि कई ऐसे विषय हैं जिनको लेकर आजसू पार्टी सरकार में रहकर भी विपक्ष की भूमिका में रही है.
एनडीए का हो कॉमन एजेंडा
सुदेश महतो ने कहा कि पिछले 5 साल में कई मौके ऐसे आए हैं जहां आजसू पार्टी ने प्रतिपक्ष के रूप में भूमिका निभाई है. महतो ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से बीजेपी के शीर्ष नेताओं के समक्ष उन्होंने दो मुद्दे रखे थे. पहला मुद्दा विधानसभा चुनाव में कॉमन एजेंडा को लेकर था. उन्होंने कहा कि जब एक गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा जाएगा तो ऐसे में एजेंडा भी कॉमन होना चाहिए उन्होंने कहा कि अलग-अलग मुद्दों को लेकर लोगों के बीच जाना सही नहीं होगा.
जीतने वाले दल को मिले विधानसभा सीट
दूसरा कि जहां-जहां आजसू पार्टी का राजनीतिक आधार है उन इलाकों में पार्टी अपना उम्मीदवार देगी. इसकी एक लिस्ट भी बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को दी गई है, उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह तय हुआ था कि जिस विधानसभा इलाके में जो दल मजबूत रहेगा या जीतने की स्थिति में होगा उसे ही वहां चुनाव लड़ने का मौका दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि 17 ऐसी सीटों को फाइनल करके बीजेपी के आला नेताओं को इस बाबत सूचित भी किया गया था.