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चक्रवाती तूफान का झारखंड में दिखने लगा असर, कृषि मौसम वैज्ञानिक ने जारी की एडवाइजरी - झारखंड में कृषि मौसम विज्ञानी

बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर ए वदूद ने बताया कि यास चक्रवर्ती तूफान को लेकर झारखंड में ज्यादा डरने की जरूरत नहीं, लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है. क्योंकि तूफान जब भी आता है तो अपने हिसाब से तबाही मचाता है. उन्होंने कहा कि किसान अपने खेतों में तैयार सब्जी फसलों की तोड़ लें.

Agricultural meteorologist issued advisory to farmers regarding Yaas  storm in jharkhand
चक्रवाती तूफान का झारखंड में दिखने लगा असर

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Published : May 25, 2021, 2:10 PM IST

रांची: यास चक्रवाती तूफान अब स्टोर्म में तब्दील हो चुका है़. सुपर सायक्लोन यास तेज चक्रवाती हवा के साथ 25 मई की शाम या 26 मई को झारखंड में दस्तक दे सकता है़. 28 मई तक करीब अधिकांश जिलों में मध्यम से भारी बारिश, मेघ गर्जन, गिरने के आसार हैं. आपदा विभाग और मौसम विभाग रांची ने राज्य के लोगों और सरकारी मशीनरी को सतर्क कर दिया है़. वहीं, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विभाग के मुताबिक झारखंड में आज से लगातार तीन दिनों तक तेज हवा के साथ भारी बारिश की संभावना है.

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बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर ए वदूद ने बताया कि यास चक्रवर्ती तूफान को लेकर झारखंड में ज्यादा डरने की जरूरत नहीं, लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है. क्योंकि तूफान जब भी आता है तो अपने हिसाब से तबाही मचाता है. उन्होंने कहा कि किसान अपने खेतों में तैयार सब्जी फसलों की तोड़ लें. इसके साथ ही उन्होंने खेतों में पानी निकलने के लिए नालियां बनाने की सलाह दी है, ताकि खेतों में जलजमाव नहीं हो.

वहीं, कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ वदूद ने कहा है कि जिन किसानों ने गरमा धान और गरमा मूंग की कटाई पूरी कर ली है वो सभी किसान कटी हुई फसल को सुरक्षित कर लें. इसके साथ ही भंडारित अनाज और फसल को भीगने से बचायें. इस दौरान खेतों में लगी फसल पर उर्वरक एवं कीट, रोगनाशक दवाओं का छिड़काव नहीं करने की सलाह दी है.

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