रांचीः हेमंत सरकार के दो साल पूरा होने पर आपका अधिकार-आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम के तहत पंचायत स्तर पर शिविर आयोजित की गई और आमलोगों की शिकायतों से संबंधित आवेदन लिए गए थे. इस दौरान 36 लाख आवेदन प्राप्त हुए और शत प्रतिशत निष्पान किया गया. इस कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए सरकार के तीन साल पूरा होने पर आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम (Aapki Yojna aapki sarkar aapke dwar program) का आयोजन किया जाएगा. इसकी सूचना मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरने ने ट्वीट कर दी है.
हेमंत सरकार के तीन साल पूरा होने पर आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन, दो चरणों में पूरा होगा कार्यक्रम
हेमंत सरकार के तीन साल पूरा होने पर आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम (Aapki Yojna aapki sarkar aapke dwar program) का आयोजन किया जाएगा. यह कार्यक्रम 12 अक्टूबर से 14 नवंबर तक चलेगा. इसकी सूचना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर दी है.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा विगत वर्ष झारखंड के प्रत्येक पंचायत में शिविर के जरिए लगभग 36 लाख आवेदनों का निष्पादन किया गया. राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में जरूरतमंदों को हक-अधिकार मिला. उक्त कार्यक्रम की सफलता के बाद इस बार फिर 12 अक्टूबर से 14 नवंबर तक दो चरणों में आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार का आयोजन किया जाएगा.
वहीं, मंगलवार को मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने सभी अपर मुख्य सचिव, सभी प्रधान सचिव, सभी प्रमंडलीय आयुक्त और सभी उपायुक्त को अधिसूचना जारी कर सूचित की है. मुख्य सचिव ने अधिसूचना में कहा है कि आपके अधिकार, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों से आवेदन प्राप्त करने के बाद जांचोपरांत योजना स्वीकृत कर लाभार्थियों को लाभ पहुंचाया गया. इस कार्यक्रम के तहत 35.95 लाख आवेदन प्राप्त हुए, जिसका 99 प्रतिशत आदेवनों का निष्पान किया गया. इस कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए 12 अक्टूबर से 14 नवंबर तक आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम आयोजित की जाएगी. इस कार्यक्रम को दो चरणों में पूरा किया जाएगा. पहचा चरण 12 से 22 अक्टूबर और दूसरा चरण 1 से 14 नवंबर तक चलेगा.
मुख्य सचिव ने सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया है कि अपने जिले के सभी पंचायतों में शिविर का आयोजित सुनिश्चित करेंगे. शिविर का शेड्यूल और कार्ययोजना तैयार कर लें. शेड्यूल तैयार करने में उन पंचायतों को प्राथमिकता देंगे, जहां पिछले साल किसी कारण से शिविर आयोजित नहीं की जा सकी थी. इसके साथ ही इस कार्यक्रम को गांव स्तर पर प्रसारित करना शुनिश्चित करेंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सके.