रांची:एक बार फिर छठी जेपीएससी की तरह 7-10वीं जेपीएससी भी विवादों (JPSC Result Controversy In Jharkhand) के घेरे में है. यहां तक कि विज्ञापन में भी सवाल खड़े हो रहे हैं. जेपीएससी की 7-10वीं सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के रिजल्ट में छात्र नेताओं ने गड़बड़ी का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि पीटी परीक्षा में जो विद्यार्थी एक ही रूम में एक तरह के सीरियल नंबर में बैठे थे. वही 18 अभ्यर्थी इस परीक्षा में भी सफल हो गए है.
जेपीएससी मुख्य परीक्षा रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप, बड़ी संख्या में समान अंक मिलना संदेहास्पद
झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) एक बार फिर विवादों में है. 7वीं जेपीएससी मुख्य परीक्षा रिजल्ट (7th JPSC Result Controversy) में गड़बड़ी के आरोप लगाए जा रहे हैं.
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बड़ी संख्या में समान अंक मिलना संदेह पैदा करता है:छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो ने झारखंड लोक सेवा आयोग (Jharkhand Public Service Commission) पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कैटेगरी वाइज रिजल्ट नहीं जारी किया गया है. आयोग की ओर से कैटेगरी वाइज पास होनेवाले अभ्यर्थियों की संख्या भी सार्वजनिक नहीं की गई है. इसके अलावा कट ऑफ मार्क्स भी जारी नहीं किया गया है. वैकेंसी के ढाई गुना के आधार पर रिजल्ट देना है, लेकिन मुख्य परीक्षा में ढाई गुना से अधिक 200 अभ्यर्थी का रिजल्ट प्रकाशित किया गया है. आयोग के अनुसार समान अंक रहने के कारण अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ गई है और इसी बात पर मुख्य परीक्षा में भी गड़बड़ी का अंदेशा है. पीटी में समान अंक मिल सकते हैं, लेकिन मुख्य परीक्षा में इतनी बड़ी संख्या में समान अंक मिलना संदेह पैदा करता है.