रांची: राजधानी के तमाड़ थाना क्षेत्र में अपराधियों ने सिविल कोर्ट के अधिवक्ता मनोज झा को गोलियों से छलनी कर दिया था. पुलिस ने इस मामले में एसआइटी गठन कर मामले की जांच की. पुलिस ने इस मामले में कुल 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सभी आरोपियों ने कांड में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली है.
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जमीन को लेकर विवाद
गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस को बताया कि जमीन विवाद में अधिवक्ता मनोज झा की हत्या की गई थी. पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार 9 एकड़ जमीन को लेकर काफी लंबे समय से विवाद चल रहा था. सरगना अफसर उर्फ लंगड़ा ने विवादित जमीन पर अपना हिस्सा 9 एकड़ बता रहा था और उसी विवादित जमीन को लेकर काफी लंबे समय से विवाद चल रहा था.
गोली मारकर की गई थी हत्या
दरअसल, 26 जुलाई को जमीन विवाद में रांची सिविल कोर्ट के अधिवक्ता और चर्च रोड निवासी मनोज कुमार झा की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. अधिवक्ता मनोज झा जेवियर संस्था के लीगल एडवाइजर थे. वह संस्था की 14 एकड़ जमीन पर बन रहे स्कूल का निर्माण कार्य देखने अपनी कार से रड़गांव आए हुए थे. मनोज झा जैसे ही निर्माण स्थल पर पहुंचे कि तभी दो बाइक से पांच अपराधी वहां पहुंचे और सबसे पहले चालक की कनपटी पर पिस्टल सटा कर कार की चाबी छीन ली थी. इसके बाद कार में बैठे अधिवक्ता मनोज झा को गोलियों से छलनी कर दिया था. जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई थी. घटना को अंजाम देकर सभी अपराधी हाइवे की ओर भाग गए थे. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस ने घटनास्थल से पांच खोखा और तीन गोलियां बरामद की थी. साथ ही पुलिस ने घटना में इस्तेमाल दो हथियार, बाइक और दो फोर व्हीलर को जब्त किया है.
पुलिस कर रही छापेमारी
पुलिस ने बताया कि जिन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है उनके नाम शकील अंसारी, संजीत मांझी, सोनू अंसारी और रिजवान अंसारी हैं. हत्या के मुख्य सरगना सहित दो से तीन अपराधी अभी भी गिरफ्त से बाहर हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है और बहुत जल्दी बाकी अपराधी पुलिस के गिरफ्त में होंगे.