रांचीः बीआइटी मेसरा का 31 वां दीक्षांत समारोह का बुधवार को ऑनलाइन मोड में आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में केंद्र सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर पद्मश्री डॉ. के विजय राघवन शामिल हुए. समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल रमेश बैस ने की. इस मौके पर 35 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल प्रदान किया गया.
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कोरोना महामारी के कारण विश्वविद्यालयों में भी दीक्षांत समारोह का आयोजन ऑफलाइन नहीं किया जा रहा है. पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी बीआइटी मेसरा ने अपना 31वां दीक्षांत समारोह ऑनलाइन तरीके से आयोजित किया. इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार विजय राघवन शामिल हुए. शासी मंडल के अध्यक्ष सी के बिरला, कुलपति प्रोफेसर इंद्रनील मन्ना, शासी मंडल के सदस्य, अकादमिक परिषद के सदस्य, संकाय सदस्य, पूर्व छात्र छात्राएं और डिग्री लेने वाले विद्यार्थियों और उनके अभिभावक भी इसमें शामिल हुए.
इस मौके पर सत्र 2016-2020 और सत्र 2017 -2021 के यूजी पीजी डिप्लोमा में सफल 6,555 विद्यार्थियों को डिग्री दी गई. इसमें सत्र 2020 के विभिन्न कोर्स से पासआउट करीब 3,499 और 2021 सत्र के 3,056 विद्यार्थी शामिल हैं. इनमें विभिन्न कोर्स और संकाय में शामिल 35 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल से नवाजा गया. गोल्ड मेडल के लिए सत्र 2020 से 17 और सत्र 2021 के 18 विद्यार्थी चिन्हित किए गए थे. इसके अलावा यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक बीआईटी मेसरा के लगभग 451 विद्यार्थियों को भी डिग्री प्रदान की गई है .
मुख्य अतिथि ने मेडलिस्ट और डिग्रीधारियों को दी शुभकामनाएं
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल प्रधानमंत्री के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार विजयराघवन ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले डेढ़ वर्ष से कोविड-19 महामारी का सामना पूरा देश कर रहा है. देश ने इस महामारी के दूसरी लहर के दौरान बहुत कठिन समय देखा है. लोगों की पीड़ा का वर्णन नहीं किया जा सकता है. कोरोना वायरस ने हमारी शिक्षा व्यवस्था को भी काफी प्रभावित किया है. प्राथमिक शिक्षा स्तर पर ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब लोगों के बीच उपकरणों की कमी और पर्याप्त इंटरनेट सुविधा ना होने के कारण इस नए वर्चुअल रूप को लागू करने में समस्याएं आ रही थीं. हालांकि बीआईटी मेसरा जैसे उच्च संस्थानों ने नियमित रूप से ऑनलाइन कक्षाएं और ऑनलाइन मूल्यांकन आयोजित किये हैं और इस महामारी में भी शैक्षणिक कार्यक्रम बेहतर किया है. मौके पर उन्होंने डिग्रीधारियों और गोल्ड मेडलिस्ट को बधाई और शुभकामनाएं दीं.