पलामू:देसी कट्टा का शौक युवाओं को अपराध की दुनिया मे धकेल रहा है. युवा देसी कट्टा के साथ सोशल मीडिया में फोटो अपलोड कर रहे हैं और अपराध को ग्लैमर मान रहे हैं और उसकी तरफ कदम बढ़ा रहे हैं. कई युवा ऐसे हैं जो अपराधियों को ही हीरो मान रहे हैं (Youth considering criminals as role models) और उनके सोशल मीडिया अकाउंट को फॉलो कर रहे हैं. हाल ही पलामू पुलिस ने मेदनीनगर टाउन थाना क्षेत्र से पुलिस ने तीन देसी कट्टा के साथ 6 नाबालिगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार नाबालिगों ने पुलिस को बताया था कि अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए उन्होंने ये हथियार खरीदा और उनके पास करीब डेढ़ दर्जन ऐसे हथियार हैं.
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पलामू प्रमंडल के तीनों जिले पलामू, गढ़वा और लातेहार पिछले एक साल के दौरान पुलिस ने अपराधियों के पास से 200 हथियारों को रिकवर किया है. जिसमें से अकेले 136 का आंकड़ा देसी कट्टा का है. 2022 में जनवरी से अब तक तीनों जिलों में 110 से अधिक लोगों की हत्या हुई हैं, जिसमें 30 प्रतिशत से भी अधिक हत्याओं में देसी कट्टे का इस्तेमाल होता है. तीनों जिलों में 70 प्रतिशत आपराधिक घटनाओं में देसी कट्टे का इस्तेमाल हो रहा है. पलामू के एसपी चंदन कुमार सिन्हा बताते हैं कि युवाओं को अपराध की दुनिया में जाने से रोकने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं. इसका दुखद पहलू है कि युवा अपराधियों को रोल मॉडल मान रहे हैं और इसमें सोशल मीडिया बड़ी भूमिका निभा रहा है. पुलिस पूरे मामले में सख्त है और नेटवर्क को तोड़ने के लिए कई कदम उठा रही है. हथियार के साथ पकड़े जाने वाले व्यक्ति को आर्म्स एक्ट की धाराओं में जेल भेजा जाता है.