पलामू: ड्राइवरों की लापरवाही के कारण जिले की सड़कें खून से लाल हो रही हैं. हर हफ्ते तीन लोगों की सड़क हादसे में मौत के बाद पलामू पुलिस ने परिवहन विभाग को पत्र लिखकर 300 से अधिक ड्राइवरों का लाइसेंस रद्द करने का आग्रह किया है. ये सभी ड्राइवर सड़क दुर्घटना में शामिल रहे हैं.
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बड़ी समस्या है पलामू में सड़क हादसा:पलामू के लिए सड़क दुर्घटना बड़ी समस्या बन गई है. हादसे में हर हफ्ते तीन लोगों की जान जा रही है. लगातार हो रही सड़क दुर्घटना के लिए ड्राइवरों की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. कई बार लापरवाही बरतने वाले ड्राइवरों खिलाफ कार्रवाई की जाती है. लेकिन ड्राइविंग लाइसेंस के रद्द नहीं होने से स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है. अब इसी को देखते हुए जिले की पुलिस ने पहल करते हुए एक सूची तैयार की है.
रद्द होगा 300 ड्राइवरों का लाइसेंस:पलामू पुलिस ने सड़क हादसों में कमी लाने के लिए परिवहन विभाग को पत्र लिखकर 300 से अधिक ड्राइवरों का लाइसेंस रद्द करने का आग्रह किया है. ये सभी ड्राइवर किसी न किसी हादसे में शामिल रहे हैं. इन ड्राइवरों पर कार्रवाई के बाद सड़क दुर्घटनाओं में कमी होने के आसार व्यक्त किए जा रहे हैं.
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सड़क हादसे में कितने लोगों की गई जान:अगर आंकडों में देखें तो पलामू में 2019 में 199 लोगों की मौत हुई थी जबकि 2020 में 163 और 2021 में 177 लोगों की मौत हुई थी. पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि सड़क दुर्घटना एक बड़ी समस्या है इस समस्या के निदान को लेकर कई स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है.
कम उम्र में ड्राइविंग से भी हादसा:पुलिस के अनुसार पलामू में कम उम्र के लोगों की ड्राइविंग और ड्रिंकिंग ड्राइव दुर्घटना का बड़ा कारण बन रही है. 40 प्रतिशत से अधिक दुर्घटनाओं में नाबालिगों द्वारा ड्राइविंग का मामला निकल कर सामने आया है. एमवीआई अशोक सिंह ने बताया कि दुर्घटनाओं का बड़ा कारण ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करना है. उन्होंने बताया कि ड्राइवरों खिलाफ कार्रवाई के कई प्रावधान हैं. ट्रैफिक प्रभारी रूद्रानंद सरस बताते हैं कि पुलिस चेकिंग के दौरान 40 प्रतिशत से अधिक लोग बिना ड्राइविंग लाइसेंस के नजर आते हैं.ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होने के कारण दुर्घटना के शिकार होने वाले व्यक्ति को उचित मुआवजा भी नहीं मिल पाता है.