पलामू:नाबालिगों का एक ऐसा गिरोह जो पलक झपकते ही बाइक की चोरी कर लेता है. इस गिरोह का आतंक झारखंड के पलामू, गढ़वा और बिहार के गया और औरंगाबाद के इलाके में था. पुलिस ने इस नाबालिग गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जबकि उनके पास से चोरी के 09 बाइक जब्त किए गए है. जब्त बाइक बिहार और झारखंड के कई इलाकों से चोरी किए गए हैं.
चोरी में माहिर है बच्चों का ये गैंग, पलक झपकते ही बाइक कर देते थे गायब, गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार
नाबालिगों का एक ऐसा गिरोह बिहार और झारखंड में शातिर तरीके से बाइक चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. पलामू पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इन पास से 09 बाइक जब्त की गई है.
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झारखंड में पिछले कुछ महीनों से नाबालिगों का एक गिरोह सक्रिय था जो पलक झपकते बाइक की चोरी कर लेता था. मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से लगातार बाइक की चोरी घटना बढ़ गई थी. जिसके बाद से पुलिस बाजार और भीड़-भाड़ इलाके वाले इलाके में नजर बनाए हुए थी. इस क्रम में एक नाबालिग को पुलिस ने बाइक चोरी करते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया, जिसके बाद पूरे गिरोह का खुलासा हुआ. नाबालिगों का यह गिरोह के बिहार के औरंगाबाद के टंडवा थाना क्षेत्र से संचालित हो रहा. हीरो के गिरफ्तार चारों नाबालिक टंडवा के ही रहने वाले हैं.
गिरफ्तार आरोपी झारखंड बिहार के कई इलाकों में बाइक की चोरी की घटना को अंजाम देते थे. इसके बाद चोरी की बाइक को पिपरा थाना इलाके के कुंडपर के पास झाड़ियों में छिपा देते थे. पुलिस ने सभी बाइक झाड़ियों से ही बरामद किए हैं. गिरफ्तार चारों नाबालिगों की उम्र 15 से 17 वर्ष के बीच है. चोरी के लिए आरोपी मास्टर की का इस्तेमाल करते थे. नाबालिग बस या ऑटो का सहारा लेकर शहरों में पहुंचते थे और दो भागों में बंट जाते थे, इसके बाद सभी बाइक चोरी कर वापस अपने ठिकाने पर पहुंच जाते थे.
चोरी की बाइक को नाबालिग बिहार और झारखंड के विभिन्न इलाकों में छह से 10 हजार रुपये में बेचते. इसके लिए गाड़ी के नंबर के साथ भी छेड़छाड़ की जाती थी. दो अलग-अलग हिस्सों में चोरी करने के बाद एक ग्रुप तय समय पर ठिकाने पर नहीं पहुंचता तो चोरी की बाइक की जगह को बदल दिया जाता था. पलामू के एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि बाइक चोरी के मामले में चार नाबालिग पकड़े गए हैं, जिन्होंने कई खुलासे किए हैं. इस पूरे अभियान में टाउन थानेदार अभय कुमार सिन्हा, सब इंस्पेक्टर समीर तिर्की, जितेंद्र कुमार, टीओपी 1 के प्रभारी रेवा शंकर राणा समेत कई अधिकारी और जवान शामिल थे.