पलामू: एशिया का प्रसिद्ध पलामू टाइगर रिजर्व (Palamu Tiger Reserve) के इलाके में बाघों की संख्या कम होने के मामले की जांच शुरू हो गई है. नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) की टीम ने जांच शुरू की है. नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी की एक टीम पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में पिछले चार दिनों से कैंप कर रही है. टीम का नेतृत्व रिटायर्ड पीसीसीएफ शैलेश कुमार कर रहे हैं. जबकि इस टीम में एनटीसीए के एआईजीएफ हेमंत कुमार और वैज्ञानिक उज्ज्वल भी शमिल हैं. अधिकारियों की यह टीम पीटीआर के विभिन्न इलाकों का जायजा ले रही है.
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एनटीसीए की टीम ने पलामू टाइगर रिजर्व के मंडल, बारेसाढ़, मारोमार, गारु, महुआडांड़, हेनार समेत कई इलाकों का जायजा लिया. अधिकारियों की एक टीम पता लगा रही है कि पीटीआर के इलाके में बाघों की संख्या क्यों कम हो रही है. पीटीआर का हैबिटेट बाघों के लिए पूरे इंडिया में सबसे बेस्ट है. बावजूद यहां बाघों की संख्या शून्य तक पहुंच गई थी. फरवरी 2020 के बाद से करीब एक हफ्ते पहले पीटीआर के बारेसाढ़ साल के इलाके में एक बाघ देखा गया है. एनटीसीए की टीम ने बाघों के बारे में पूरी जानकारी ली है और पीटीआर के अधिकारियों से रिपोर्ट भी मांगी है. पीटीआर के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है कि बाघों की संख्या कैसे कम हो गई.