पलामू:रांची-मुड़ीसेमर NH-75 (Ranchi-Mudisemar NH-75) को भारत माला प्रोजेक्ट (Bharat Mala Project) के तहत फोर लेन बनाया जाएगा. पहले चरण में रांची से कुडू तक फोर लेन बनाने का काम पूरा हो चुका है. दूसरे चरण में कुडू से मेदिनीनगर तक फोर लेन का निर्माण होना था, लेकिन तकनीकी कारणों से अब दूसरे चरण में पड़वा मोड़ से यूपी के विंढमगंज सीमा पर फोर लेन का निर्माण कार्य शुरू होगा. NH-75 फिलहाल जर्जर हालत में है.
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पलामू के सांसद विष्णु दयाल राम ने कहा कि नेशनल हाईवे के जर्जर हालत की जानकारी उन्हें है. उन्होंने बताया कि NH-75 भारत माला प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जल्द ही उसे दुरुस्त किया जाएगा. भारत माला प्रोजेक्ट के तहट रांची से वाराणसी तक फोर लेन सड़क का निर्माण किया जाना है. उन्होंने बताया कि NH-75 के जर्जर हालत को लेकर अधिकारियों से बातचीत हुई है. उन्होंने बताया कि NH-75 के गड्ढों को भरा जाएगा. उस सड़क पर एक लेयर ब्लैक टॉप किया जाना है, जो जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा.
जर्जर सड़क की होगी मरम्मती
ढाई घंटे के सफर पांच घंटे में होता है तय
NH-75 काफी जर्जर हालत में है. गढ़वा से लेकर कुडू तक नेशनल हाईवे पर सैकड़ों गड्ढे हैं. बरसात के दिनों में नेशनल हाईवे की हालत और खराब हो गई है. पलामू के सतबरवा से लेकर लातेहार के बीच में कई बड़े गड्ढे हो गए हैं, जो दुर्घटना को आमंत्रित कर रहा है. NH-75 से पलामू, गढ़वा और लातेहार के लोग राजधानी रांची तक जाते हैं. इसी हाईवे से उत्तर भारत के लोग भी झारखंड में दाखिल होते हैं. पलामू प्रमंडल मुख्यालय मेदिनीनगर से आमतौर पर रांची जाने में ढाई से तीन घंटे लगते हैं, लेकिन NH-75 के जर्जर हालत होने के कारण मेदिनीनगर से रांची जाने में पांच घंटे तक का वक्त लग जा रहा है.