पलामू: झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा पर मौजूद बूढ़ा पहाड़ इलाके से मुस्तकीम मियां का गिरफ्तार होना माओवादियों के लिए बड़ा झटका है. मुस्तकीम मियां छत्तीसगढ़ के पुंदाग का रहने वाला है. एक वर्ष पहले गढ़वा के खपरी महुआ में हुए नक्सल हमले में इसने अहम भूमिका निभाई थी. इस हमले में जगुआर के छह जवान शहीद हो गए थे.
पलामूः नक्सलियों के खिलाफ चले 358 अभियान, मुस्तकीम की गिरफ्तारी से माओवादियों को बड़ा झटका - नक्सली हमला
नक्सली मुस्तकीम मियां के गिरफ्तार होने से माओवादियों की संगठन कमजोर हो गई है. झारखंड में पिछले कुछ महीनों से लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. केवल जून में नक्सलियों के खिलाफ 358 अभियान चलाएं गए हैं.
मुस्तकीम के पास से पुलिस ने एक AK-47 बरामद किया है. पलामू रेंज के डीआईजी विपुल शुक्ला ने बताया कि मुस्तकीम मियां का गिरफ्तार होना बड़ी उपलब्धि है. मुस्तकीम मियां ही बूढ़ा पहाड़ के इलाके में माओवादियों को सामग्री उपलब्ध करवाता था.
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नक्सलियों के खिलाफ 358 अभियान
पलामू, गढ़वा और लातेहार में नक्सलियों के खिलाफ जून महीने में 358 अभियान चलाया गया, जिसमें पांच नक्सली गिरफ्तार हुए. जबकि 36 से अधिक हथियार और विस्फोटक बरामद हुए हैं. पलामू रेंज के डीआईजी विपुल शुक्ला ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान जारी है. जून में 182 अपराधी पकड़े गए हैं. पलामू में 69, लातेहार में 49 और गढ़वा में 64 अपराधी गिरफ्तार हुए हैं.