पलामूः पांडु थाना क्षेत्र के मुरुमातु में राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के समक्ष बीजेपी विधायक अमर बाउरी ने कहा कि जहां से पीड़ितों को उजाड़ा गया है, वहीं बसाया जाए. जिला प्रशासन सभी पीड़ित परिवार को अंबेडकर आवास योजना के तहत मकान बनाये. अगर प्रशासन घर बनाकर नहीं देता है तो समाज के लोग पीड़ितों को घर बना कर देंगे. इसके साथ ही विधायक अमर बाउरी ने राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हलधर के समक्ष कई सवाल भी उठाये.
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विधायक ने कहा कि कानून का शासन है तो पुलिस का पुरुषार्थ दिखना चाहिए. पीड़ितों को पुरानी जगह पर ही बसाया जाए. लेकिन प्रशासन की मंसा साफ है. विधायक ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के दबाव में काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि जेएमएम, कांग्रेस और राजद तुष्टिकरण की राजनीत कर रहे हैं. इसलिए संविधान को भी दरकिनार कर दिया गया है.
विधायक ने कहा कि सत्तारूढ़ दल वोट बैंक को इधर से उधर नहीं होने देना चाहते हैं. तुष्टिकरण की राजनीति के लिए वह किसी की भी बली चढ़ा सकते हैं. चाहे वह संविधान ही क्यों नही हो. उन्होंने कहा कि प्रशासन मामले में खुद को असहाय महसूस नहीं करें. कोई कितना बड़ा दबंग नहीं है कि पुलिस के खिलाफ चला जाए. उन्होंने कहा घटना के दूसरे दिन पुलिस प्रशासन पीड़ितों को बसाने का प्रयास कर रही है. लेकिन दबंगों ने बसने नहीं दिया.
अमर बाउरी ने कहा कि पीड़ित परिवार दलित है. इसलिए उजाड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि हर चीज का एक कानूनी प्रक्रिया है. कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के संविधान की शपथ लेते हैं, दलितों को वहीं बसायेंगे. प्रशासन अगर नहीं बसाता है तो भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता दलित परिवार को बसायेगा. उन्होंने कहा कि प्रशासन 24 घंटे के भीतर पीड़ितों को बसाये और सुरक्षा मुहैया कराये.
बता दें कि पांडू थाना क्षेत्र में विशेष समुदाय के लोगों ने महादलित समुदाय के 14 घरों को ध्वस्त कर उन्हें उजाड़ दिया. महादलित परिवार के लोग यहां वर्षों से रह रहे थे. इस मामले में पीड़ित परिवार पांडू थाना पहुंचे और मदद की गुहार लगाई. हालांकि, यह मामला तुल पकड़ा तो प्रशासनिक कार्रवाई शुरू की गई. बीजेपी नेता पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए लगातार पहुंच रहे हैं. इसके साथ ही शनिवार को राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हलधर भी पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे हैं.