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बहकावे में नाबालिग! नौकरी और ऑर्केस्ट्रा के नाम पर गलत राह पर ढकेलने की कोशिश - Minor girls becoming victims of human traffickers

पलामू से नाबालिग लड़कियां लगातार दलाल और मानव तस्करों का शिकार हो रही हैं. इनको नौकरी का झांसा, ऑर्केस्ट्रा का लालच दिया जा रहा. परदेस में इनसे गलत काम करने को मजबूर किया जा रहा है. ये बातें केस स्टडी से सामने आई हैं, बात हैरान करने वाली है और आंकड़े चौंकानेवाले हैं.

Minor girls becoming victims of pimps and human traffickers in Palamu
बहकावे में नाबालिग

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Published : Jul 2, 2021, 6:50 PM IST

Updated : Jul 2, 2021, 9:52 PM IST

पलामूः बाल तस्कर और दलालों की गिद्ध नजर जिला का नाबालिग लड़कियों पर है. चंचल मन और कच्ची उम्र में या तो किसी ना किसी झांसे में आ जाती हैं, या फिर मानव तस्कर इसे बहका कर इनको अगवा कर लेते हैं. इसके बाद इन नाबालिगों से वो गलत काम कराने को मजबूर किया जाता है. कभी ऑर्केस्ट्रा में डांसर या फिर कुछ और या फिर इनको लीव-इन-रिलेशन में रहने को भी मजबूर किया जाता है.

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मानव तस्कर और दलालों के निशाने पर जिला की नाबालिग लड़कियां हैं. कभी नौकरी का झांसा, आर्केस्ट्रा में डांस के बहाने तो कोई लीव-इन-रिलेशन का दबाव बनाया जाता है. हाल के दिनों में पलामू में इससे जुड़े कई मामले में सामने आए हैं, जो चिंता का कारण बनते जा रहे हैं. कई मामलों में बड़ी कार्रवाई हुई है और आरोपी जेल गए हैं. लेकिन दलाल और बाल तस्कर नाबालिगों को लगातार निशाना बना रहे हैं. ईटीवी भारत ने पलामू में हुई इस तरह के घटनाओं का केस स्टडी किया है, जिसमें कई चौंकाने वाली जानकारी मिली है.

देखें पूरी खबर
केस स्टडी 01 - ऑर्केस्ट्रा में डांसर के लिए नाबालिग का अपहरण, बिहार में बक्सर में बेचापलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र से एक नौवीं क्लास की छात्रा को अगवा कर लिया गया. करीब 8 महीने पहले छात्रा का अपहरण हुआ था. छात्रा अपना आधार कार्ड अपडेट करवाने निकली थी, इसी दौरान उसका अपहरण हुआ था. जिसके बाद आरोपियों ने नाबालिग को बिहार के बक्सर के इलाके में बेच दिया गया था.
केस स्टडीः अगवा कर बक्सर में ऑर्केस्टा में नाचने के लिए किया मजबूर

नाबालिग ने ईटीवी भारत से आपबीती साझा करते हुए बताया कि वह आठ महीनों तक बिहार के बक्सर में ही थी, वो लोग उसे डांसर बनने के लिए दबाव बना रहे थे. लेकिन एक महिला ने उसकी रक्षा की, जो पलामू की ही रहनेवाली है. उसने बताया कि पिंकी नाम की एक महिला ने उसका अपहरण किया था और तीन लाख रुयये में बिहार के बक्सर में उसका सौदा कर दिया था. वह बताती है कि एक दिन किसी तरह उसने बच-बचाकर उसने अपने पिता को कॉल किया.

जिसके बाद पिता ने पुलिस की मदद ली, पुलिस और पिता उसे ढूंढते-ढुंढते बिहार के बक्सर पहुंच गए. इस दौरान पुलिस ने भी अपनी सक्रियता दिखाते हुए बक्सर से नाबालिग का रेस्क्यू किया और पिता के हाथों में सकुशल सौंपा. पिता बताते हैं कि उनकी बेटी का अपहरण कर गलत राह पर भेजा जा रहा था.

केस स्टडी 02 - सिलाई सीखकर संस्था के माध्यम से गई बेंगलुरु, मजबूरी में लीव-इन-रिलेशन में रही
पलामू के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र की एक नाबालिग नौकरी के लिए बेंगलुरु चली गई. पलामू में उसने सिलाई सीखी, जिसके बाद वो नौकरी की तलाश में थी. इसी दौरान वो एक संस्था से जुड़ी और उसी संस्था के माध्यम से बेंगलुरु चली गई. परदेस में उसने एक लड़के साथ रहना शुरु किया. लीव-इन-रिलेशन में वो तीन साल रही. लड़की ने लीव-इन-रिलेशन में साथ रहे लड़के को अपनाने को कहा तो लड़के ने इनकार कर दिया. जिसके बाद लड़की ने टाउन महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई. अब वो लड़की बालिग हो चुकी है.

केस स्टडीः काम के लिए संस्था के माध्यम से पहुंची बेंगलुरु

कुछ ऐसा ही केस मनातू थाना क्षेत्र में भी सामने आया है. इस इलाके की एक नाबालिग काम की तलाश में दिल्ली चली गई थी. वहां वो भी एक लड़के के साथ रही और जब वो गर्भवती हो गई तो लड़के ने उससे शादी से इनकार कर दिया. थक-हारकर नाबालिग ने लड़की ने टाउन महिला थाना में लड़के के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया.

केस स्टडीः नौकरी के लिए दिल्ली गई नाबालिग

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कच्ची उम्र और बहकावे में हो रहीं शिकार
नाबालिक लड़कियां कच्ची उम्र, कम समझ और बहकावे के कारण दलालों और मानव तस्करों का शिकार होती जा रही हैं. टाउन महिला थाना प्रभारी सुनीला लिंडा बताती हैं कि इस तरह के केस या उससे जुड़ी घटनाओं के कई मुकदमे उनके पास आ रहे हैं, इन मामलों में अनुसंधान और कार्रवाई की जा रही है.

लेकिन जो बातें निकल के सामने आ रही हैं, उसके अनुसार लड़कियां कम समझ और बहकावे के कारण ऐसे लोगों का शिकार बनती जा रही हैं. पलामू सीडब्ल्यूसी के धीरेंद्र किशोर बताते हैं कि इस तरह के मामले आने पर लड़कियों की काउंसलिंग की जाती है, काउंसलिंग के बाद कानूनी कार्रवाई के लिए पहल की जाती है.

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कई तरह से हो रही तस्करी, पर पुलिस अलर्ट- एसपी
पलामू के एसपी संजीव कुमार बताते हैं कि मानव या बाल तस्करी के स्वरूप कई हो गए हैं, पर ऐसे मामले में पुलिस हमेशा अलर्ट मोड पर रहती है. सूचना मिलने के बाद पुलिस तुरंत कार्रवाई करते हुए रेस्क्यू अभियान शुरू करती है. वो बताते हैं कि रेस्क्यू के बाद सरकारी योजना के तहत नाबालिगों के पुनर्वास की व्यवस्था की जाती है. कार्रवाई को लेकर प्रशासन का कहना है कि तस्करों के खिलाफ भी लगातार अभियान चलाया जा रहा है, पुलिस पलामू के सभी क्षेत्रों में नजर बनाए हुए हैं.

Last Updated : Jul 2, 2021, 9:52 PM IST

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