पलामू:झारखंड सरकार की नियोजन नीति (Niyojan Niti) में भाषा को लेकर पलामू के युवाओं ने आंदोलन शुरू कर दिया है. इस आंदोलन को कांग्रेस नेता सह पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी (KN Tripathi) ने भी समर्थन किया है. पलामू के युवाओं के आंदोलन यह पहला चरण है और इसके लिए मगही संघर्ष मोर्चा नामक संगठन का गठन किया गया है.
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सरकार ने झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग की प्रतियोगी परीक्षा में हिंदी, भोजपुरी, मगही और अंगिका को शामिल नहीं किया. हाल ही में भोजपुरी और मगही को लेकर विवादित बयान भी आया था. रविवार को JPSC की परीक्षा के बाद यह आंदोलन शुरू हुआ. सोमवार को सैकड़ों युवा पलामू के टाउन हॉल में जमा हुए. उसके बाद जुलूस निकालते हुए पलामू समाहरणालय पहुंचे. जुलूस का नेतृत्व पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी कर रहे थे. केएन त्रिपाठी ने बताया कि भोजपुरी, मगही, और अंगिका को नियोजन नीति में शामिल किया जाना चाहिए.