पलामू:पलामू टाइगर रिजर्व (Palamu Tiger Reserve) के बेतला नेशनल पार्क (Betla National Park) में विधानसभा की सामान्य प्रयोजन समिति ने बाघों के संरक्षण के लिए चल रही योजनाओं की समीक्षा की. इस समिति में विधायक दीपिका पांडेय सिंह, भानु प्रताप शाही और मथुरा प्रसाद महतो शामिल थे. विधायक सरयू राय (MLA Saryu Rai) ने पलामू टाइगर रिजर्व में वन्य जीव का संरक्षण को लेकर 20 बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी थी. अब पूरे मामले में राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाएगी.
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विधानसभा के सामान्य प्रयोजन समिति के सभापति सह विधायक सरयू राय ने विधानसभा में पलामू टाइगर रिजर्व में नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी के जारी गाइडलाइन का पालन नहीं किए जाने का मामला उठाया था. उन्होंने कहा था कि जिन लोगों पर बाघों के संरक्षण की जिम्मेदारी है, उन्हें वाइल्ड लाइफ पर नियम और कानूनों की जानकारी नहीं है. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत के संवाददाता ने सरयू राय से खास बातचीत की है.
पीटीआर के अधिकारियों को NTCA के जारी नियमों की जानकारी नहीं
सरयू राय ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि पलामू टाइगर रिजर्व के अधिकारियों को एनटीसीए द्वारा जारी गाइडलाइन की जानकारी नहीं है. पलामू टाइगर रिजर्व में एक भी वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट तैनात नहीं है. पीटीआर में NTCA के गाइडलाइन का उल्लंघन किया जा रहा है. राज्य सरकार को चाहिए कि वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट को तैनात करें या तैनात अधिकारियों को ट्रेनिंग दिलवाई जाय. सरयू राय ने बताया कि पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में तैनात किसी भी अधिकारी को वन्य जीव के बारे में जानकारी नहीं है. इंडिया बेस्ट हैबिटे होने के बावजूद वहां बाघ नजर नहीं आ रहे हैं.
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पीटीआर में काजग पर ही नियमों को लागू किया गया
सरयू राय ने कहा कि पलामू टाइगर रिजर्व इलाके में कागज पर ही नियमों को लागू किया गया है. पलामू टाइगर रिजर्व इलाके में हुए बाघ और हाथी की मौत के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट मांगी गई है. दोनों मामले की लीपापोती की जा रही है, हाथियों के संरक्षण के लिए बांस के पेड़ भी नहीं लगाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पलामू टाइगर रिजर्व की हालात बेहद ही खराब है. किसी जमाने में पलामू टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश के मशहूर बांधवगढ़ नेशनल पार्क सारंडा समेत कई जंगलों से जुड़ा हुआ था.
बाघों के कमी के कारण बढ़ी तेंदुआ की संख्या
पलामू टाइगर रिजर्व इलाके में तेंदुआ के संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. सरयू राय ने कहा कि बाघों की कमी के कारण तेंदुआ की संख्या बढ़ी है. इलाके में ट्रैकिंग सिस्टम सही नहीं है. सीसीटीवी, ट्रैकिंग कैमरा सही नहीं लगे हुए हैं. पीटीआर के अधिकारी पेट्रोलिंग भी नहीं करते हैं. समय-समय पर अधिकारियों को पेट्रोलिंग करने की जरूरत है.
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बाहर से पीटीआर में बाघों को लाने की जरूरत
सरयू राय ने कहा कि पलामू टाइगर रिजर्व में बाहर से बाघों को लाया जा सकता है, लेकिन इससे पहले उसकी तैयारी करनी होगी, वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट कमिटी बनाकर उनके सुझावों को सरकार लागू करे. पीटीआर में सब कुछ नक्सल पर ठीकरा फोड़ना ठीक नहीं है. हालात बदल गए हैं, स्थिति समान्य हुए हैं. एक जमाना था जब इलाके में विस्फोट और अन्य गैर कानूनी गतिविधि होती थी. बूढ़ा पहाड़ के इलाके में हालात सामान्य हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में परामर्श दात्री समिति का गठन किया गया है, जिसमें लातेहार एसपी भी शामिल हैं.
थर्ड रेल लाइन को करना होगा डाइवर्ट या बनाना होगा अंडर पास
विधायक ने ईटीवी भारत से बताया कि पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में रौनक वापस लाने के लिए कमेटी सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी. उन्होंने बताया कि पीटीआर के कोर एरिया में 11 किलोमीटर रेल लाइन का निर्माण हो रहा है. इस रेल लाइन को डाइवर्ट करने की जरूरत है, या उसे अंडरपास या ब्रिज बना कर ले जाने की जरूरत है.