पलामूः बूढ़ापहाड़, छकरबंधा और भीमबांध के इलाके में पिछले डेढ़ महीने से सुरक्षाबलों का अभियान चल रहा है. तीनों इलाके को लेकर हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया था और कैंप स्थापित होने की घोषणा की थी. बूढ़ापहाड़ के इलाके में माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑक्टोपस जारी है और चार कैंप स्थापित किए गए हैं. इससे माओवादियों में बौखलाहट (Furious Among Maoists over Budhapahar) है.
बूढ़ापहाड़, छकरबंधा और भीम बांध को लेकर माओवादियों में बौखलाहट, ग्रामीणों को बरगलाने की कर रहे कोशिश
बूढ़ापहाड़ को लेकर माओवादियों में बौखलाहट (Furious Among Maoists over Budhapahar) है. यही वजह है कि माओवादियों के झारखंड बिहार स्पेशल एरिया कमेटी के प्रवक्ता आजाद ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि उनका कोई इलाका नहीं है.
माओवादियों के झारखंड बिहार स्पेशल एरिया कमेटी के प्रवक्ता आजाद ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि उनका कोई इलाका नहीं है. माओवादियों ने कई बिंदुओं पर लिखा है. पलामू रेंज के डीआईजी राजकुमार लकड़ा बताया कि माओवादी बौखलाहट में हैं. बूढ़ापहाड़ समेत कई इलाकों में पुलिस ने सुरक्षित माहौल तैयार कर लिया है. माओवादियों के खिलाफ अभियान जारी है. बूढ़ापहाड़ के इलाके में हाई अलर्ट जारी किया गया है और माओवादियों की गतविधियों का आंकलन कर ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
बूढ़ापहाड़, छकरबंधा और भीमबांध के इलाके में माओवादियों की स्थिति कमजोर हो रही है. इससे बूढ़ापहाड़ और छकरबंधा का इलाका नक्सल मुक्त हो चुका है. अब माओवादी प्रेस विज्ञप्ति और पर्चा के जरिए ग्रामीणों के बीच अपनी बात पहुंचाकर लोगों को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस को इस संबंध में कई अहम जानकारी मिली है. इसके बाद पुलिस ने ग्रामीणों से संपर्क कर सुरक्षित माहौल देने का वादा किया है. माओवादियों ने तीन पेज की प्रेस रिलीज जारी की .
झारखंड और छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित बूढ़ापहाड़, झारखंड-बिहार सीमा पर छकरबंधा समेत कई इलाकों में माओवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का ऑपरेशन जारी है. इन दोनों इलाके से 30 से अधिक टॉप इनामी नक्सली निकल कर भाग गए हैं. इन नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई करने की योजना तैयार की है.