पलामू: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर झारखंड और बिहार की सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जाएगा. सीमावर्ती इलाके की पूरी तरह से घेराबंदी कर नक्सली दस्ते को टारगेट किया जाएगा. केंद्रीय सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार सीआरपीएफ के डीजी डॉक्टर एपी महेश्वरी और सीआरपीएफ के आला अधिकारी पलामू के अति नक्सल प्रभावित इलाका डगरा पिकेट पहुंचे थे. डगरा पिकेट में पलामू में तैनात सीआरपीएफ 134 बटालियन और पुलिस अधिकारियों के साथ हाई लेवल की बैठक की.
इस बैठक में क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खाका तैयार किया गया. बैठक में के विजय कुमार और सीआरपीएफ डीजी ने नक्सल विरोधी अभियान को लेकर कई निर्देश जारी किए. इस बैठक में सीआरपीएफ के आईजी अभियान डॉ नलीन प्रभात, झारखंड सेक्टर के आईजी डॉक्टर महेश्वर दयाल, पलामू रेंज के डीआईजी राजकुमार लकड़ा, सीआरपीएफ डीआईजी जयंत पॉल, सीआरपीएफ 134 बटालियन के कमांडेंट अरुण देव शर्मा, पलामू एसपी संजीव कुमार, पलामू अभियान एसपी अरुण कुमार सिंह, प्रशिक्षु आईपीएस कपिल चौधरी, एसडीपीओ छतरपुर शंभू कुमार सिंह मौजूद थे.
बंद होगा माओवादियो का छकरबंधा से बूढ़ा पहाड़ कॉरिडोर
डकरा में हाई लेवल हुई बैठक में माओवादियों का गया के चक्करबंधा से छत्तीसगढ़ के बूढ़ा पहाड़ कॉरिडोर को पूरी तरह से बंद करने का निर्णय हुआ. इस कॉरिडोर को बंद करने के लिए बड़ा अभियान चलाने को कहा गया करीब एक घंटे तक चली इस बैठक में टॉप माओवादी प्रमोद कुमार मिश्रा, संदीप यादव के दस्ते को टारगेट कर कार्रवाई करने को कहा गया. जिस इलाके में यह बैठक हुई वहां से बिहार का सीमा तीन किलोमीटर की दूरी पर है, डगरा पिकेट अति नक्सल प्रभावित इलाका है. यह इलाका माओवादियों के चक्करबंधा से बूढ़ा पहाड़ कॉरिडोर का हिस्सा है, इसी हिस्से से माओवादी बिहार-झारखंड होते हुए छत्तीसगढ़ जाते हैं.