पलामूः राज्य और केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयास से कोटा में फंसे हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र के 27 बच्चे अपने घर पहुंच गए हैं. कोटा से हटिया मेदिनीनगर होते हुए बस से उन्हें हुसैनाबाद पहुंचाया. मेदिनीनगर में उनकी स्क्रीनिंग के बाद बस से हुसैनाबाद और हैदरनगर भेजा गया है.
छात्र-छात्राओं की स्क्रीनिंग हुसैनाबाद में चिकित्सक शशि भूषण और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी रत्नेश प्रसाद ने की, जबकि हैदरनगर में डा.अशोक कुमार ने भी स्क्रीनिंग की. उन्हें कुछ सावधानियां बरतने की हिदायत दी गई है. उन्हें बताया गया है कि वह 14 दिनों तक घर में ही क्वॉरेंटाइन रहना होगा. किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधित परेशानी होने पर स्थानीय सहिया, एएनएम या आंगनबाड़ी सेविका के माध्यम से सूचना देंगे. सावधानियों के संबंध में जानकारी देने के बाद सभी को अपने अपने घर भेज दिया गया.
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घर पहुंचने पर सभी बच्चे हुए खुश
कोटा से अपने घर पहुंचे छात्र-छात्राओं में काफी खुशी है. उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार को धन्यवाद किया है. हुसैनाबाद आने वाले छात्र मो. वसीम अहमद हैदरनगर और अमित कुमार भारती मोहम्मदगंज ने बताया कि उन्हें बहुत ही अच्छी तरह से भोजना और जलपान कराते लाया गया है. उन्होंने बताया कि उनके लिए आज का दिन सबसे खास है. उन्होंने सोचा भी नहीं था की वह लाॅकडाउन के दौरान घर पहुंच पाएंगे. उनके परिजनों भी काफी खुश है.
अभिभावकों ने सरकार का किया धन्यवाद
वहीं, छात्र के अभिभावक मो. एहसान ने कहा कि इस विकट परिस्थिति में बच्चों को घर तक पहुंचाने का कार्य सरकार ने किया है वह काबिल ए तारीफ है. उन्होंने कहा कि इस कार्य की चारों ओर सराहना हो रही है. बता दें कि छात्रों की बस को रिसिव करने बीडीओ जय बिरस लकड़ा, थाना प्रभारी राजदेव प्रसाद, एसआइ निर्भय कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी डा. अषोक कुमार, एएसआई बीर बहादुर सिंह, डॉ0 पीएन सिंह, डॉ. शशिभूषण,व डॉ रत्नेश प्रसाद, कार्यक्रम प्रबंधक विभूति गुप्ता, स्वास्थ्यकर्मी सुनील कुमार,नवीन किशोर, दिलीप कुमार, दीपक कुमार, उपेन्द्रे कुमार, कुंदन कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद थे.