जमशेदपुर: हीमोफीलिया सोसायटी की ओर से विश्व हीमोफीलिया दिवस पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. मौके पर हीमोफीलिया के लक्षण और उपचार की जानकारी उपलब्ध कराई गई. इसके अलावा हीमोफीलिया पीड़ित मरीजों का बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के लिए किए जाने वाले पहल पर चर्चा की गई. कार्यशाला में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता शामिल हुए. उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि किसी भी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए मरीजों को बाहर नहीं जाना पड़े. मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता खून की कमी दूर करने के लिए लिए सुझाव और पूरा डाटा उपलब्ध कराने को कहा.
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हीमोफीलिया पीड़ित के लिए फंड उपलब्ध:कार्यशाला स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हीमोफीलिया पीड़ित बच्चों के इलाज को लेकर राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग गंभीर है. उन्होंने बताया कि हीमोफीलिया पीड़ित रोगियों को फैक्टर 8 और फैक्टर 9 के खून की कमी नहीं होने दिया जाएगा. राज्य में ना सुविधा की कमी है, ना संसाधन की. ऐसे रोगियों के इलाज के लिए फंड उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि राज्य के चिकित्सक पूरी शिद्दत से रोगियों का इलाज कर रहे हैं.
हीमोफीलिया एक ऐसी बीमारी है, जिसमें व्यक्ति को चोट लगने पर खून का थक्का नहीं जम पाता है. इससे पीड़ित व्यक्ति को हल्की सी कट लगने पर भी खून बहता रहता है. ज्यादा खून बहने से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है.