जमशेदपुर: बागबेड़ा वृहत ग्रामीण जलापूर्ति योजना का काम बंद होने से आक्रोशित पंचायत प्रतिनिधियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जल सत्याग्रह आंदोलन किया. इस दौरान सभी आंदोलनकारियों ने खरकई नदी में खड़े होकर जलापूर्ति योजना को अविलंब चालू करने की मांग की. क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य ने बताया कि अगर काम जल्द शुरू नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री के पास पैदल यात्रा करेंगे.
डेढ़ लाख लोगों को मिलेगी सुविधा
शहर के आसपास के ग्रामीण इलाकों में पेयजल एक बड़ी समस्या है. जिसके लिए लागातार आंदोलन होता रहा है. पूर्व की सरकार ने पेयजल के लिए गोविंदपुर बागबेड़ा ग्रामीण वृहत जलापूर्ति योजना की शुरुआत की है लेकिन बागबेड़ा ग्रामीण क्षेत्र के लिए 237 करोड़ की लागत से होने वाली इस योजना का काम अभी बंद है. इस योजना के पूरा होने से डेढ़ लाख लोगों को पानी की सुविधा मिलेगी.
ग्रामीणों ने किया जल सत्याग्रह आंदोलन, जलापूर्ति योजना को चालू करने की मांग - जमशेदपुर में ग्रामीणों ने किया जल सत्याग्रह आंदोलन
जमशेदपुर के ग्रामीण पंचायत इलाके में पेयजल की सुविधा के लिए ग्रामीणों ने जल सत्याग्रह आंदोलन किया. ग्रामीणों ने बागबेड़ा खरकई नदी में खड़े होकर योजना को अविलंब चालू करने की मांग की.
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मुख्यमंत्री के पास करेंगे पैदल यात्रा
जिला परिषद सदस्य किशोर यादव ने बताया कि वर्ल्ड बैंक की मदद से इस योजना का काम होना है. 237 करोड़ में 111 करोड़ खर्च हो चुके हैं. इस काम को आईएलएफएस कंपनी ने किया है लेकिन कंपनी ने काम को छोड़ दिया है. अब विभाग कोर्ट की शरण में जाने की तैयारी में है. जिससे काम मे और देरी होगी. उन्होंने कहा कि प्रशासन इस योजना को अविलंब चालू करने का काम करें. जिससे क्षेत्र की ग्रामीण जनता को पानी का लाभ मिल सके नहीं तो बागबेड़ा से जिला उपायुक्त कार्यालय तक मानव श्रृंखला बनाएंगे और मुख्यमंत्री के पास रांची पैदल यात्रा करेंगे.