जमशेदपुर: साइबर थाना की पुलिस ने हजारीबाग के रहने वाले दो साइबर अपराधियों को एक लैपटॉप, एक पॉस मशीन, एक मोबाइल और एक लाख नगद के साथ गिरफ्तार कर लिया है. मामले की जानकारी देते हुए साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार दोनों साइबर अपराधी भाई हैं, जो बैंक अधिकारी बनकर आधार कार्ड को बैंक अकाउंट से जोड़ने के दौरान लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे.
दोनों अपराधी भाईबता दें कि जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित साइबर थाना की पुलिस ने हजारीबाग इचाक थाना क्षेत्र के रहने वाले साइबर अपराधी दो भाई चंदन और पवन को गिरफ्तार किया है. दोनों भाई बैंक अधिकारी बनकर लोगों के आधार कार्ड को बैंक अकाउंट से जोड़ने की बात कह उनके अकाउंट से पैसे की निकासी करते रहे हैं. साइबर थाना की पुलिस ने दोनों साइबर अपराधियों के पास से ठगी करने के लिए इस्तेमाल किए गए लैपटॉप, एक मोबाइल, पॉस मशीन और एक लाख रुपए बरामद किया है.
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2018 से 2020 तक लगभग 2 सौ लोगों को बनाया निशाना
मामले का खुलासा करते हुए जमशेदपुर साइबर थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार मंडल ने बताया कि 2017 में गोलमुरी के रहने वाले अजय ओझा नाम के व्यक्ति के बैंक अकाउंट से 62 हजार 5 सौ रुपए ठगी कर निकालने का मामला दर्ज किया गया. जिसके बाद अनुसंधान में चंदन और पवन का पता चला जिसके बाद कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार किया गया है. दोनों अपराधियों ने 2018 से 2020 तक लगभग 2 सौ लोगों को अपना निशाना बनाते हुए 68 लाख 23 हजार रुपए बैंक अकाउंट से निकासी कर ली है.
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दोनों अपराधियों को जेल भेजा गया
थाना प्रभारी ने बताया है कि चंदन दिल्ली में रहकर साइबर अपराध का काम करता था. पवन ने रांची, धनबाद, गया और जमशेदपुर के अलावा कई शहरों में साइबर अपराध की घटना को अंजाम दिया है. उन्होंने बताया है कि दोनों के कई बैंक अकाउंट हैं जिन्हें फ्रीज कर दिया गया है. साइबर थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार मंडल ने बताया कि दोनों साइबर अपराधियों ने ठगी के पैसे से हजारीबाग में जमीन खरीदा है. दोनों अपराधियों को जेल भेज दिया गया है.