जमशेदपुरः देश की प्रथम जनजातीय महिला द्रौपदी मुर्मू 15वें राष्ट्रपति निर्वाचित हुई है. द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत पर शहर के आदिवासी समाज की ओर से खुशियां मनाई गई और बारीडीह स्थित जेहरा टोला बस्ती में कार्यक्रम आयोजित किये गये. इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास शामिल हुये और आदिवासी समाज के लोग उन्हें पारंपरिक रीति-रिवाज से स्वागत किया.
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आदिवासी समाज के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुये कहा कि द्रौपदी मुर्मू को देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन कर एनडीए सरकार ने संपूर्ण आदिवासी समाज का गौरव बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि पहली बार जनजातीय महिला राष्ट्रपति बनने से आदिवासी समाज गौरवान्वित महसूस कर रहा है.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष में जनजातीय समाज का कोई भी व्यक्ति देश के सर्वोच्च पद तक नहीं पहुंच पाया. इसकी वजह थी कि पू्र्व में देश में शासन कर रहे राजनीतिक दलों ने कभी इसकी चिंता नहीं की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजाति समाज की महिला द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाकर देश का राष्ट्रपति बनाया. भारतीय गणतंंत्र के लिए आज ऐतिहासिक दिन है, जो समाज में आखिरी पायदान पर बैठे लोगों का नेतृत्व करेंगी.
रघुवर दास ने कहा कि झारखंड के राज्यपाल के रूप में लंबे समय तक उनके साथ काम करने का अवसर मिला, जहां उन्होंने अपनी सादगी और परिश्रम से सभी को प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू आम आदिवासियों की तरह ही बहुत ही मेहनती हैं और बहुत ही सादा जीवन जीती हैं. द्रौपदी मुर्मु का राष्ट्रपति बनना अंत्योदय का प्रतीक है और उनसे प्रेरणा लेकर आदिवासी समाज की लड़कियां अपने अधिकारों के लिए लड़ सकेंगी.