घाटशिला,पूर्वी सिंहभूम: झामुमो से अपनी राजनीति की शुरूआत करने वाले तेज-तर्रार नेता और मौजूदा भाजपा युवा नेता समीर महंती विधानसभा चुनाव 2019 से पहले घर वापसी कर सकते हैं. ऐसा माना जा रहा है कि झामुमो विधायक कुणाल षाड़ंगी के भाजपा में शामिल होने के बाद समीर महंती बागी हो गए हैं.
कुणाल के भाजपा में आने के बाद उन्होंने अपने समर्थक और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर उनकी राय ली. उन्होंने दीपावली के दिन चाकुलिया की 19 पंचायतों के ग्रामीणों की राय लेने के लिए मत पेटी भेजने के साथ कार्यकर्ताओं को गांव में भेजा है. इससे साफ है कि समीर महंती कुणाल के भाजपा में आने के बाद से ही बागी हो गए हैं. सूत्रों के मुताबिक, भाजपा नेता समीर महंती 10 नवंबर से पहले ही झामुमो में शामिल हो सकते हैं.
समीर महंती ने साल 1994 में झामुमो में शामिल होकर राजनीतिक पहचान बनानी शुरू की. झामुमो में रहकर 2 विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिलने से नाराज समीर महंती ने 2005 में आजसू का दामन थामा. आजसू से चुनाव लड़ा, लेकिन सफलता नहीं मिली. इसके बाद तीसरे विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे रहे. 2014 के विधानसभा चुनाव में आजसू और भाजपा का गठबंधन होने के कारण बहरागोड़ा विधानसभा सीट भाजपा के खाते में चली गई. इस सीट से भाजपा ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी को उम्मीदवार बनाया, तब समीर महंती ने बागी होकर झारखंड विकास मोर्चा का दामन थामकर बहरागोड़ा से चुनाव लड़ा. वहीं, झामुमो से कुणाल षाड़ंगी चुनाव लड़े.