जमशेदपुर: रांची हिंसा के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने सीएम हेमंत सोरेन से इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने कहा कि हिंसा के पीछे पीएफआई के हाथ से इनकार नहीं किया जा सकता है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आगाह करने के बावजूद हेमंत सरकार ने किसी तरह की तैयारी नहीं की थी. इसका नतीजा हुआ कि राजधानी रांची में उपद्रवी घंटों उत्पात मचाने में सफल रहे. मंदिरों पर हमले हुए और पुलिस कुछ नहीं कर पाई. ऐसे अक्षम मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए.
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रघुवर दास ने कहा कि केंद्रीय एजेंसी से इनपुट मिलने के बाद हेमंत सरकार ने कारगर कदम नहीं उठाए. हिंसा रोकने में उनकी सरकार फेल रही है. इसलिए उन्हें इस्तीफा देकर अपनी पार्टी से किसी वरिष्ठ और सक्षम व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड सरकार को कमजोर और हेमंत सोरेन अक्षम मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि उनके समय में भी असामाजिक तत्वों ने राजधानी रांची का माहौल खराब करने का प्रयास किया गया था, लेकिन उन्होंने खुद मोर्चा संभाला और शहर की सड़कों पर उतरकर स्थिति को नियंत्रण में किया.
रघुवर दास ने कहा कि सरकार केवल कार्यालय में बैठकर और आदेश देकर नहीं चलाई जाती है. लोकसेवक के दायित्व का पालन करते हुए कभी मोर्चे पर भी जाना पड़ता है. लेकिन ऐसा लगता है कि वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को राज्य की जनता के दुःख-दर्द से कोई सरोकार नहीं है. इस तरह की घटना से नुकसान हमेशा समाज के गरीब तबके के लोगों का ही होता है. रघुवर दास ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार के सत्ता मे आने के बाद से आये दिन राज्य मे असामाजिक तत्वों के द्वारा इस तरह की घटना को अंजाम दिया जा रहा है. पहले लोहरदगा और अब रांची
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार, अवैध माइनिंग, कोयला और अवैध बालू खनन चरम पर है और कार्रवाई के नाम पर सरकार वैसे अधिकारियों का तबादला करती है जो असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सलाह देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री केवल टीवी पर बयान देने से सरकार नहीं चलती है. राज्यहित में ऐसे अक्षम मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए और अपनी पार्टी से ही किसी वरिष्ठ और सक्षम व्यक्ति को राज्य की कमान सौंप देनी चाहिए.