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तनाव में बॉस को गोली न मारें जवान, माहौल बनेगा फ्रेंडली, छुट्टियां भी मिलेंगी - विशेष योजना

बोकारो और रांची के खेलगांव में हाल में ऐसी घटनाएं हुई हैं. जिसके बाद नक्सल अभियान में तैनात झारखंड जगुआर के जवानों और अफसरों के बीच ऐसी वारदात न हो इसके लिए विशेष योजना बनाई गई है.

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जवान की तस्वीर

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Published : Dec 17, 2019, 5:41 PM IST

रांची: झारखंड में चुनाव और नक्सली अभियानों के कारण सुरक्षाकर्मियों के बीच तनाव का माहौल होता है. पारिवारिक दिक्कतों के बावजूद छुट्टियां कम मिलने से कई बार वरीय अधिकारियों और कनीय सुरक्षाकर्मियों के बीच मतभेद होते हैं, या मतभेद कभी-कभी हिंसक हो जाता है और कनीय पुलिसकर्मी अपने ही अधिकारियों पर फायरिंग कर अपना गुस्सा निकाल देते हैं.

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विशेष योजना
बोकारो और रांची के खेलगांव में हाल में ऐसी घटनाएं हुई हैं. जिसके बाद नक्सल अभियान में तैनात झारखंड जगुआर के जवानों और अफसरों के बीच ऐसी वारदात न हो इसके लिए विशेष योजना बनाई गई है.

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नक्सल अभियान में लगे जवानों के लिए बनी योजना
झारखंड जगुआर के अभियान एसपी ने माहौल को दोस्ताना बनाने के लिए एक आदेश जारी किया है. आपस में फायरिंग न हो इसके लिए आदेश जारी किया गया है कि हर एसाल्ट ग्रुप के प्रभारी अपने जवानों और कनीय पदाधिकारी के साथ खुद योगा, खेलकूद और मनोरंजन कार्यक्रमों का आयोजन करें, ताकि तनाव कम किया जा सके. वहीं हर माह के पहले सप्ताह में प्रभारी, जवान और पदाधिकारियों की बैठक होगी. इस बैठक में जवानों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा.

पारिवारिक समस्याएं भी जानें, छुट्टियों की कमी न करें
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता सह एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा ने बताया कि जिले के सभी पुलिस अधीक्षकों को यह आदेश दिया गया है कि वह जवानों के बीच समन्वय स्थापित करके रखें. उनके सुख-दुख का ख्याल रखें और पारिवारिक समस्या का भी निवारण करें.

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अवकाश देने का आदेश
साथ ही एसाल्ट ग्रुप के प्रभारियों को आदेश दिया गया है कि वह एसाल्ट ग्रुप में तालमेल बनाए रखें. उनके पारिवारिक समस्या और कर्तव्यों के दौरान होने वाली विभागीय समस्या का तत्काल समाधान करें. अगर इस समस्या को अपने स्तर से नहीं सुलझाया जा सकता तो तत्काल इसकी जानकारी जगुआर के आला अधिकारियों को दें. एसाल्ट ग्रुप में तैनात सभी जवान अपने सालाना सभी छुट्टी ले सकें, इसकी भी व्यवस्था की गई है. रोटेशन के आधार पर योजनावार उपार्जित अवकाश देने का आदेश भी दिया गया है.

काम का बोझ कम करें
एसाल्ट ग्रुप में जवानों और कनीय पदाधिकारियों के बीच ड्यूटी ऐसे दी जाए कि किसी को यह न लगे कि उसके ऊपर काम का अधिक बोझ है. किसी पर काम का अधिक दबाव हो तो उसकी समस्या का समाधान करें. समस्या सुलझाने के लिए कल्याणकारी कमेटी भी बनाई गई है.

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कल्याणकारी कमेटी में कौन-कौन
जगुआर में जवानों के समस्याओं को सुलझाने के लिए जगुआर के डीएसपी मुख्यालय के अध्यक्षता में टीम बनाई गई है. टीम में सार्जेंट मेजर, पुलिस एसोसिएशन और मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष और सचिव, चतुर्थवर्गीय कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष और सचिव को रखा गया है.

एक सफ्ताह में दो वारदात
झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर लगे सुरक्षाकर्मियों के बीच बोकारो और रांची में गोलीबारी हुई थी. रांची में जहां खेलगांव स्थित कैंप में छत्तीसगढ़ पुलिस के एक जवान ने अपने कमांडेंट को गोली मारने के बाद खुद को गोली मार लिया तो बोकारो में एक जवान ने अंधाधुंध फायरिंग कर अपने अधिकारी की हत्या कर दी थी. यही वजह है कि अब जवानों के मॉडल को बूस्ट अप करने के लिए पुलिस मुख्यालय की तरफ से प्रयास शुरू कर दिया गया है.

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