जमशेदपुर: झारखंड में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का चुनाव प्रचार चरम पर है. सभी दलों के स्टार प्रचारकों का दौरा जारी है. बीजेपी के स्टार प्रचारक पीएम मोदी भी मंगलवार को झारखंड में चुनावी सभा की. उन्होंने खूंटी और जमशेदपुर में जनसभा की. ये मोदी का झारखंड विधानसभा चुनाव में दूसरा दौरा था.
पीएम मोदी का झारखंड दौरा, कहा- देश और दुनिया में झारखंड की बुलंद पहचान - झारखंड विधानसभा चुनाव
खूंटी के बाद जमशेदपुर के गोपाल मैदान में पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कोल्हान की धरती को श्रम की धरती बताया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह धरती लाखों लोगों के सपनों को साकार करने वाली धरती है.
पीएम मोदी
खूंटी के बाद जमशेदपुर के गोपाल मैदान में उन्होंने लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कोल्हान की धरती को श्रम की धरती बताया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह धरती लाखों लोगों के सपनों को साकार करने वाली धरती है. दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाने वाली धरती है. अपने भाषण में पीएम मोदी विपक्षी दल के नेताओं पर निशाना साधना नहीं भूले. आइए जानते हैं उनके भाषण में क्या कुछ रहा खास
- आज की इस रैली का ये विशाल नजारा, हवा का ये रुख साफ बताता है कि पूर्ण बहुमत की भाजपा सरकार बनाना आपने तय कर लिया है. झारखंड में जहां-जहां मुझे जाने का मौका मिला है, वहां इतनी बड़ी संख्या में जन आशीर्वाद के लिए मैं झारखंड की भूमि को नमन करता हूं.
- प्रधानमंत्री बनने के बाद जमशेदपुर का ये मेरा दूसरा कार्यक्रम है. 2016 में जब मैं यहां आया था तो मैंने कहा था कि हमारी सरकार दिल्ली तक सीमित रहने वाली सरकार नहीं है. आज भाजपा ने केंद्र सरकार को दिल्ली से बाहर निकालकर देश के कोने-कोने तक पहुंचाया है. दशकों से चली आ रही इस व्यवस्था में परिवर्तन का बहुत बड़ा लाभ झारखंड को मिला है.
- आज झारखंड भारत के इतिहास की कुछ क्रांतिकारी योजनाओं की गंगोत्री और उद्गम स्थली बना है. 2022 तक देश के हर आदिवासी बाहुल्य ब्लॉक तक एकलव्य मॉडल स्कूल बनाने की शुरुआत भी झारखंड से ही हुई है.
- इसके अलावा झारखंड की धरती से ही ग्रामोदय से भारत उदय का सफल अभियान भी शुरू किया था और इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का कार्यक्रम भी यहीं किया गया. आयुष्मान योजना जो दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है, उसकी शुरुआत का गौरव झारखंड के खाते में है. देश के किसान को, खेत मजदूर को, छोटे दुकानदार के लिए 60 साल की उम्र के बाद निश्चित पेंशन योजना की शुरुआत का गौरव भी झारखंड को मिला है.
- आज झारखंड की बुलंद पहचान देश और दुनिया में है. पांच साल पहले कांग्रस और जेएमएम के राज में यहां से सिर्फ भ्रष्टाचार, लूट की खबरें आती थीं. इन दलों के अनेक शीर्ष नेताओं पर आज भी भ्रष्टाचार के केस अदालतों में चल रहे हैं. राज्य को देश और दुनिया में पहचान दिलाने का श्रेय आपको और रघुवर दास जी को है. आज झारखंड की बुलंद पहचान देश और दुनिया में है, लेकिन 5 साल पहले यहां क्या स्थिति थी? कांग्रेस और जेएमएम के राज में यहां से सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार और लूट की खबरें आती थीं.
- अपने स्वार्थ और भ्रष्टाचार के लिए इन्होंने मुख्यमंत्री पद की कुर्सी तक का सौदा कर दिया था. उस दौरान यहां क्या-क्या खेल, खेले गए इसकी जानकारी आप सभी को है. पांच वर्ष पहले तक झारखंड राजनीतिक अस्थिरता के लिए चर्चा में रहता था. सिर्फ 15 साल में झारखंड ने 10 बार मुख्यमंत्रियों को बदलते देखा है.
- मैं गुजरात में 13 साल तक अकेला मुख्यमंत्री रहा. इस स्थिरता का परिणाम है कि आज गुजरात कहां से कहां पहुंच गया है. भाजपा ने अस्थिरता के इस दौर पर रोक भी लगाई और पहली बार 5 वर्ष तक एक ही मुख्यमंत्री झारखंड को दिया. इसी स्थिरता का परिणाम है कि नक्सलवाद पर प्रभावी कार्रवाई हो पा रही है, बिजनेस के लिए अनुकूल माहौल बन पाया है. कांग्रेस और जेएमएम के अवसरवादी गठबंधन को यहां की स्थिरता रास नहीं आती. इसलिए वो एक अस्थिर व्यवस्था यहां चाहते हैं. एक ऐसी व्यवस्था जिसमें इनका कारोबार फलता-फूलता रहे.
- 2014 से पहले केंद्र की कांग्रेस सरकार ने झारखंड के लिए जितने रुपए दिए, उससे कहीं ज्यादा बजट झारखंड को दिल्ली की भाजपा सरकार ने दिया है. भाजपा की डबल इंजन सरकार ने झारखंड के इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने का काम किया है.
- कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने अपनी सरकार के 5 साल में झारखंड के रेल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 2 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए थे. जबकि भाजपा सरकार के दौरान बीते 5 वर्ष में इसका 5 गुना यानि 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक झारखंड को मिला है.
- 2014 से पहले के 5 वर्ष में जहां झारखंड में 300 किलोमीटर से कम की रेल लाइनें चालू हुई. वहीं केंद्र में भाजपा शासन के दौरान करीब 700 किलोमीटर लाइनें खोली गई.
- भाजपा की सरकार झारखंड को रेशम का, कपड़े का एक हब बनाने के विजन के साथ आगे बढ़ रही है. इसी सोच के साथ बीते 5 वर्षों में करोड़ों रुपए की मदद झारखंड को दी गई है.
- भारत में ही बने स्टील से आज रेलवे ट्रैक, मेट्रो ट्रैक और वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी आधुनिक ट्रेनें बन रही हैं. आने वाले समय में स्टील की मांग और उत्पादन और तेज होने वाला है. इससे झारखंड में स्टील उद्योग के विस्तार की पूरी संभावना है.
- हमारे असंगठित क्षेत्र के श्रमिक साथी, जो सड़कों पर काम करते हैं, घरों में, दुकानों में काम करते हैं या रिक्शा-ठेला चलाते हैं, उनकी चिंता पहली बार भाजपा सरकार ने की है. श्रमयोगी मानधन योजना से ऐसे साथियों को 60 वर्ष के बाद पेंशन की सुविधा दी गई है.
- संवेदनशीलता हो या फिर मुश्किल फैसले लेने का साहस ये सिर्फ भाजपा की सरकारों ने करके दिखाया है. लेकिन दिल्ली में जो कांग्रेस की सरकार रही, जिसमें जेएमएम की भी भागीदारी रही है, उसने समस्याओं को उलझाया है. हमने समस्याओं को सुलझाया है.
- आजादी के बाद से हिंदुस्तान के हर कोने में जम्मू कश्मीर और 370 की चर्चा चल रही थी. संविधान में 370 को अस्थाई लिखा था, लेकिन एक टोली उसे स्थाई बनाने में जुटी थी, कोई उसे हाथ लगाने को तैयार नहीं था. लेकिन देश की जनता ने मोदी को कठोर निर्णय लेने के लिए भेजा है. मैं राजनीति के हिसाब-किताब नहीं करता हूं. मैं सिर्फ देशनीति को देखता हूं. इसलिए दशकों से लटका 370 खत्म हो सका.
- देश का मध्यम वर्ग कब से इनकम टैक्स में छूट की सीमा 5 लाख करने की मांग कर रहा था. ये भाजपा की ही सरकार है जिसने 5 लाख तक की आय को टैक्स से मुक्त कर दिया है.
- कांग्रेस ने पहले षड्यंत्र करके राम जन्म भूमि मामले को उलझाया, लटकाया और अपनी राजनीति के लिए उपयोग किया. आज इतना बड़ा मामला शांति से निपट गया, हर समाज ने उसका स्वागत किया और भाईचारा मजबूत हुआ. यही तो राम जी की ताकत है.
- आजादी के साढ़े 6 दशक तक यहां सिर्फ 3 ही मेडिकल कॉलेज थे. बीते 5 साल में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 7 हो चुकी है. जो पुराने जिला अस्पताल हैं, मेडिकल कॉलेज हैं, उनके आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण का काम भी आने वाले समय में हम तेज करने वाले हैं.
- झारखंड ये भली-भांति जानता है कि कांग्रेस-जेएमएम की राजनीति छल और स्वार्थ की है. जबकि भाजपा कर्म और सेवा भाव से काम करती है.
- लोकसभा चुनाव के दौरान जो हमने आपसे वादे किए थे वो वादे पूरे किए. रामजन्मभूमि को लेकर जिस विवाद को कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सरकारों ने लटकाए रखा, वो भी शांतिपूर्ण ढंग से हल हो गया. ऐसे अनेक वादे जो हमने आपसे किए थे वो जमीन पर उतर चुके हैं. यही कारण है कि आज झारखंड को भाजपा पर भरोसा है, कमल के फूल पर भरोसा है.