जमशेदपुर: लॉकडाउन में दूसरे प्रदेशों में फंसे बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर झारखंड लौटे हैं. जिनमें पूर्वी सिंहभूम जिला के भी रहने वाले हैं. प्रवासी मज़दूरों में महिलाएं भी शामिल हैं. मजदूरों के सामने बेरोजगारी बड़ी समस्या बन गईं है. ऐसे में सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले प्रवासी मजदूरों को नक्सली अपने संपर्क में करने के कोशिश में हैं. जिसे देखते हुए जिला पुलिस ने तत्परता से काम करना शुरू कर दिया है.
पूर्वी सिंहभूम जिले का कई ग्रामीण इलाका बंगाल और ओडिशा के सीमावर्ती इलाके से सटा हुआ है. ऐसे में नक्सली उस क्षेत्र में अपना ठिकाना बनाकर रहते हैं और ग्रामीणों को प्रलोभन देकर अपने गिरोह में शामिल करते हैं.
जमशेदपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक एम तमिल वाणन ने कहा कि काम नहीं मिलने से प्रवासी मजदूर नक्सल के संपर्क में रहेंगे. इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. इसके लिए आये हुए सभी प्रवासियों का थाना स्तर पर डाटा लिया जा रहा है. उन्हें उनके योग्यता के अनुसार काम दिया जाएगा. इच्छुक प्रवासी मज़दूरों को निजी कंपनी में सुरक्षाकर्मी के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा. जरूरत पड़ने पर नक्सल के खिलाफ अभियान में उन्हें शामिल किया जाएगा. महिलाओं को उनके अनुरूप सिलाई कढ़ाई और अन्य सूक्ष्म लघु उद्योग से जोड़ा जाएगा.
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एसएसपी ने बताया कि लॉकडाउन के कारण अभी कुछ करना सम्भव नहीं है. लॉकडाउन खत्म होने पर ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस संपर्क अभियान चलाकर उन्हें रोजगार से जोड़ने के लिए सरकार की घोषित योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें रोजगार मुहैया कराई जाएगी.