जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिला परिवहन विभाग ने लॉकडाउन में करीब 750 बसों से 25,000 से ज्यादा प्रवासी मजदूरों के अलावे छात्र छात्राओं को जिले में लाया है. हलांकि श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन आने के पहले जिला परिवहन विभाग ने पड़ोसी राज्यों ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छतीसगढ, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में बसो को भेजकर जमशेदपुर के फंसे लोगों को लेकर आया. श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन चलने के बाद दुसरे राज्यों में बसों का जाना बंद हुआ. लेकिन दुसरे जिले मे ट्रेन आने के कारण बसों के माध्यम से श्रमिकों को लाया गया.
सुरक्षा का पूरा रखा गया ख्याल
जिला परिवहन विभाग ने जिले के बाहर जाने वाली बसों में सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा. सुरक्षा के दृष्टिकोण से मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस जवानों की तैनातगी की गई है. वहीं बस को सेनेटाइज किया गया. हर प्रवासी मजदूर को मास्क और सेनेटाईजर भी दिया गया है. वहीं, इस संबंध में जिले के पदाधिकारी दिनेश रंजन ने बताया कि लॉकडाउन के समय में जिला परिवहन विभाग ने करीब 750 बसों को अलग-अलग स्थानों से भेज कर जिले में 25,000 से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को वापस लाया है.
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उन्होंने कहा कि सभी बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया है. इसके अलावा बस को सेनिटाइज कर प्रवासी मजदूरों के लिए सैनिटाइजर और मास्क की भी व्यवस्था की गई थी. दिनेश रंजन ने बताया कि अभी भी हम लोग 10 से 15 बसों को हमेशा स्पेयर में रखते हैं ताकि जरूरत के हिसाब से प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए भेजा जा सके.