जमशेदपुर: स्कूली बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने के उद्देश्य से रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर स्टील सिटी प्रोजेक्ट पॉजिटिव हेल्थ फेज टू चला रहा है. इसके तहत शहर के स्कूलों में कक्षा सात और इसके ऊपर की कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है. प्रोजेक्ट के तहत क्लब के पदाधिकारी और सदस्य डॉक्टरों को लेकर शहर के स्कूलों में जाते हैं और स्कूल के बच्चों को डॉक्टरों के द्वारा हेल्दी लाइफस्टाइल के फायदों और स्वास्थ्य के प्रति उदासीनता बरतने के नुकसान की जानकारी दी जाती है.
क्या कहता है सर्वे:एक सर्वे के मुताबिक अगर बच्चों को स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित नहीं किया गया तो 2025 तक देश के 1.7 करोड़ बच्चे मोटापे का शिकार हो जाएंगे और अमेरिका के बाद हम दूसरे ऐसे देश होंगे जहां सबसे ज्यादा बच्चे मोटापे का शिकार होंगे. मोटापा खुद में कई जटिल बीमारियों का कारण बन जाता है. इसलिए वक्त की जरूरत है कि स्कूलों में कक्षा 7 और इससे ऊपरके बच्चों को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने को प्रेरित किया जाए. रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर स्टील सिटी ने प्रोजेक्ट पॉजिटिव हेल्थ फेज टू में यही बीड़ा उठाया है.
अब तक पांच स्कूलों में आयोजन
प्रोजेक्ट के तहत अब तक पांच स्कूलों लोयोला हिंदी, स्कूल, राजस्थान मैत्री संघ स्कूल, शेन इंटरनेशनल, नरभेराम हंसराज इंग्लिश स्कूल, केपीएस एनएमएल स्कूल में इस टीम दौरा कर अपना प्रस्तुतिकरण दिया है. सबसे ताजा कार्यक्रम राजस्थान मैत्री संघ स्कूल, सोनारी में हुआ जहां करीब 250 बच्चों को प्रोजेक्ट पॉजिटिव हेल्थ के तहत स्वस्थ बने रहने के टिप्स दिए गए. इसमें बच्चों को हेल्दी डायट, नाश्ता कभी नहीं छोड़ने, पर्याप्त मात्रा में फल और सलाद लेने, जंक फूड से परहेज करने, मोबाइल पर समय कम बिताने और शारीरिक गतिविधियों में समय बढ़ाने जैसी सीख दी जाती है. इसके अलावे मोटापे को रोकने को कहा जाता है. जिससे आगे चलकर डायबिटीज,हाइपर टेंशन, हार्ट डिजीज, किडनी के रोग, ब्रेन स्ट्रोक जैसी बीमारियां हो सकती हैं. क्लब के साथ डॉक्टरों की एक टीम काम कर रही है जिसमें डॉक्टर विनायक बरूआ, डॉ. शर्मिष्ठा सोनी, डॉ. सोमा घोष, डॉ. अम्लान स्वाईं शामिल हैं.
प्रोजेक्ट पॉजिटिव हेल्थ फेज वन: क्लब इससे पहले प्रोजेक्ट पॉजिटिव हेल्थ फेज वन चला चुका है जिसके तहत 'नो योर नंबर्स का आयोजन किया गया था. इसके जरिए लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गयी और उन्हें शुगर, ब्लड प्रेशर, जैसी बीमारियों के बारे में बताया गया. मसलन उनके शरीर में शुगर कितना है या उनका ब्लड प्रेशर नियंत्रण में है या ज्यादा है. अगर ज्यादा पाया गया तो उन्हें काबू में करने के टिप्स दिए गए. फेज वन में क्लब ने करीब 1500 लोगों के स्वास्थ्य की जांच कैम्प लगाकर की थी.
सरकार भी चला रही फिट इंडिया मूवमेंट: केंद्र सरकार भी स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य के लिए आजादी के अमृत महोत्सव के तहत फिट इंडिया मूवमेंट चला रही है. इसके लिए कैलेंडर भी जारी कर दिया गया है. इस कैलेंडर के अनुसार मार्च 2022 से फरवरी 2023 तक सरकारी व निजी स्कूलों में कार्यक्रमों का आयोजन कर विद्यार्थियों को फिट रहने की जानकारी दी जाएगी. कैलेंडर के अनुसार अप्रैल महीने में अभिभावक व शिक्षक फिट इंडिया मोबाइल ऐप डाउनलोड करेंगे. इस ऐप के जरिए फिट इंडिया प्रश्नोत्तरी में हिस्सा लेंगे. इसके साथ रोजाना आधा घंटे योग, कोई भी खेल, नृत्य और कई तरह के व्यायाम करेंगे. मई व जून महीने में फिट इंडिया विद्यार्थी मोबाइल एप के जरिए योग प्रोटोकॉल और योग के विभिन्न आसनों के बारे में जानकारी लेंगे. अभिभावकों को हर रोज व्यायाम करने के लिए जागरूक किया जाएगा. फिट इंडिया मूवमेंट एप के जरिए खेलो इंडिया नेशनल फिटनेस कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. जनवरी व फरवरी में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कार्यक्रम का आयोजन, नव वर्ष का स्वागत किया जाएगा. इसके साथ पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन करने के साथ शरीर को स्वस्थ रखने को लेकर खाने पीने की जानकारी देकर जागरूक किया जाएगा. फरवरी में यह अभियान संपन्न हो जाएगा.