जमशेदपुर: जमशेदपुर के साकची में कारोबारी धर्मेंद्र सिंह हत्याकांड की गुत्थी सुलझने का नाम नहीं ले रही है. पुलिस का दावा है कि उसे वारदात में कई अहम सुराग मिले हैं. पुलिस एक कार की डिक्की में स्पोर्ट्स बैग में शव रखकर ठिकाने लगाने के लिए रात भर शहर घूमने वाले कारोबारी के साथी विश्वजीत प्रधान को गिरफ्तार भी कर लिया है. पुलिस ने उस कार को भी जब्त कर लिया है. लेकिन आरोपी पुलिस से हत्या न करने का दावा कर रहा है. इससे पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रही है.
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आरोपी यह बोलाः कदमा थाना क्षेत्र में जांच के दौरान पुलिस ने विश्वजीत प्रधान को कार की डिक्की में स्पोर्ट्स बैग में शव के साथ पकड़ा था. पुलिस ने कार को भी जब्त कर लिया है. बाद में पुलिस पूछताछ में आरोपी विश्वजीत प्रधान ने बताया कि वह शव को ठिकाने लगाने के लिए पूरे शहर में घूम रहा था. आरोपी विश्वजीत प्रधान ने बताया कि साकची थाना क्षेत्र में काशीडीह लाइन नंबर पांच में रहने वाले कारोबारी धर्मेन्द्र सिंह उसके साथी थे. वह आए दिन लड़की लेकर उसके फ्लैट में आता था. गुरुवार दोपहर वह एक लड़की लेकर उसके फ्लैट में आया और थोड़ी देर बाद दो और युवक आ गए. धर्मेन्द्र के साथ उनका विवाद हो गया. इस दौरान एक युवक ने बैट से धर्मेन्द्र के सिर पर प्रहार कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई. इसके दोनों युवक फरार हो गए. आरोपी ने बताया कि शव को ठिकाने लगाने के लिए वह शव को कार में लादकर सारी रात घूमता रहा.
घटनाक्रम की जानकारी देते पूर्वी सिंहभूम जिले के एसएसपी
फिरौती का एंगलः इधर एसएसपी डॉ. एम तमिल वाणन ने बताया कि मृतक के बेटे ने बताया कि उसके पिता सूद ब्याज का कारोबार करते थे और साकची में उनकी एक दुकान है. धर्मेंद्र के बेटे का कहना है कि विश्वजीत प्रधान ने पांच लाख रुपये उसके पिता से उधार लिए थे. कुछ दिन पहले विश्वजीत ने उसके पिता से 50 लाख रुपए की मांग की थी, तब पिता ने उससे कहा था कि वे मात्र 25 लाख रुपये ही दे सकते हैं. इस बीच गुरुवार शाम वह घर से गायब हो गए. रात को उन्हें व्हाट्सएप कॉल आई, जिनमें बताया गया कि धर्मेन्द्र सिंह का अपहरण किया गया है और फोन करने वाले ने 50 लाख रुपये लेकर आने के लिए कहा था. इससे मैंने इनकार कर दिया था.
हर बिंदु पर जांचःइसके बाद उसने मुझे भी घर से बाहर निकलने पर जान से मारने की धमकी दी, जिसके बाद परिवार वालों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. इस बीच रात 1 बजे 25 लाख फिरौती देने पर सहमति बनी और पुलिस फोन कॉल का लोकेशन की जानकारी में जुट गई. इस दौरान अलग जगह से व्हाट्सएप काल आ रहा थे, जिससे पता चला कि कॉल करने वाला किसी गाड़ी में है और जांच में कार में रखे शव के साथ विश्वजीत प्रधान को पकड़ा गया. एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में और परिवार वालों के बयान में अलग-अलग बातें सामने आ रहीं हैं. पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है. जल्द ही सच सामने आ जाएगा.