जमशेदपुर: वैश्विक महामारी कोरोना के कहर के कारण ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी का संकट गहराता जा रहा है. वर्ष 2020 के ताजा रिपोर्ट के मुताबिक कारों की बिक्री में कमी देखी जा रही है. ऑटोमोबाइल सेक्टर में उत्पादन के साथ-साथ कारों की निर्यात में भी कमी देखी जा रही है.
कोरोना महामारी के कारण देश में लाखों लोगों की जान चली गई. लाखों लोग घरों में बंद हैं. लाखों लोगों की रोजगार चली गई. इन सबों पर कोरोना वायरस का कहर टूटा पड़ा है. इन सबके बीच देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स में कोरोना के कहर के दौरान कारों की बिक्री में कमी देखी गई है.इसके साथ ही गाड़ियों के निर्यात में भी कमी देखने को मिली है. एक तरफ कोरोना महामारी के कहर के कारण देश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर चुकी है. वहीं देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स की रफ्तार भी थम सी गई है. गाड़ियों की निर्यात में कमी होने के कारण उत्पादन में भी कमी देखी जा रही है.
भारत ऑटोमोबाइल सेक्टर का सबसे बड़ा निर्यात करने वाला देश
भारत विश्व पटल में कारों का निर्यात करने वाला सबसे बड़ा देश है. सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्रस के ताजा रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2019 के मार्च, अप्रैल, अगस्त के महीनों में ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी का दौर देखा गया था. जिसके कारण जमशेदपुर के टाटा मोटर्स प्लांट में वर्ष 2019 के तिमाही में 24 बार ब्लॉक क्लोजर कंपनी प्रबंधन की तरफ से लिया जा चुका है. वर्ष 2020 के ताजा रिपोर्ट के मुताबिक ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी का दौर देखा गया है.
कोरोना से ऑटोमोबाइल सेक्टर प्रभावित
वैश्विक महामारी कोरोना के कहर के कारण ऑटोमोबाइल सेक्टर प्रभावित हो चुका है. ऑटोमोबाइल सेक्टर मंदी की मार से निपट रहा था कि कोरोना के दस्तक के कारण कारों की निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है. सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्रस के रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2019 के मार्च महीनों में कारों के निर्यात में 17 फीसदी की कमी देखी गई है. लॉकडाउन के दरम्यान गाड़ियों की संख्या में कमी देखी गई.