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पैसे की लालच में इस कदर हो गया अंधा, कि रच डाली दोस्त के अपहरण की साजिश

पैसे की लालच में दोस्ती का रिश्ता दागदार हो गया. घटना जमशेदपुर की है, जहां पैसे की लालच में अंधे होकर एक दोस्त ने ही दूसरे दोस्त के अपहरण की योजना बनाई. हालांकि उसकी इस योजना का आभास साथी दोस्त को हो जाने के कारण अपराधी दोस्त इसमें सफल नहीं हो पाया.

जानकारी देते सिटी एसपी

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Published : Jul 28, 2019, 11:50 PM IST

जमशेदपुर: शहर के सोनारी की रहने वाली निशा कोड़ा अपहरण मामले में अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस अपहरण में निशा कोड़ा के साथी ताजदार आलम का खास हाथ था. उसने ही पैसे की लालच में एक प्रोफेशनल गैंग के साथ मिलकर अपहरण कर करीब 50 लाख की फिरौती वसूल करने की योजना बनाई थी.

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क्या था पूरा मामला
इस मामले में सिटी एसपी ने बताया कि बीते 25 जुलाई को सोनारी की रहने वाली निशा को उसका दोस्त ताजदार आलम अपने कुछ लोगों के साथ मिलकर जमीन दिखाने के बहाने कपाली की ओर ले गया. रास्ते में जब उसे अहसास हुआ कि उसका अपहरण किया जा रहा है, तो वह कार से कूद गई. बाद में उसने सोनारी थाना में मामला दर्ज कराया.
दूसरे दिन सोनारी थाना में ताजदार आलम आया और उसने थाने को बताया कि उसके साथ लूटपाट की घटना हुई. इस घटना से डरकर वह रांची चला गया था. लेकिन ताजदार लगातार अपने बयान बदलता रहा. उसके बार-बार अलग-अलग बयान से पुलिस को उसपर शक हुआ. काफी कड़ाई से पूछताछ के बाद आखिर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.

क्यों दिया था घटना को अंजाम
पुलिस को दिए अपने बयान में ताजदार ने बताया कि पैसे की लालच में उसने चौड़ा राजू गैंग के साथ मिलकर निशा का अपहरण कर 50 लाख रुपए फिरौती की मांग करने की योजना बनायी थी. लेकिन निशा के कार से उतर कर भाग जाने के कारण वह इसमें सफल नहीं हो पाया.


कौन-कौन हुए गिरफ्तार
ताजदार के बयान के आधार पर पुलिस ने छापामारी करते हुए चोरा राजू गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया. जिनमें एक सरायकेला के नीमडीह का रहने वाला कादीर आलम है और दूसरा रांची का कयामुद्दीन अंसारी है. उन्होंने कहा कि इस गैंग के और सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

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