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हजारीबाग के युवा कलाकारों ने भगवान शिव पर बनाया गीत, लोगों को खूब भा रहा गाना - झारखंड में शिव भक्तों ने गाया भजन

सावन का महीना हो और भगवान शिव पर भजन ना बने ऐसा हो नहीं सकता. हजारीबाग के युवा कलाकारों की टोली ने मिलकर भगवान शिव पर गीत बनाया है. जिसे हजारीबाग के सिलवार पहाड़ के आसपास फिल्माया गया है. 9 युवाओं की टोली ने इस भजन को तैयार किया है.

Young Artists Prepare Shiva Bhajan in hazaribag
युवा कलाकारों ने भगवान शिव पर गाया गाना

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Published : Jul 20, 2020, 12:38 PM IST

हजारीबागः कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण इन दिनों सभी शिवालयों के कपाट बंद हैं और शिवभक्त घर पर ही पूजा-अर्चना कर रहे हैं. ऐसे में हजारीबाग के युवा कलाकारों ने भगवान शिव पर गीत बनाया है. जिसका गीतकार, डायरेक्टर और एडिटर सभी स्थानीय हैं. इस गीत की प्रशंसा हजारीबाग में खूब हो रही है.

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सावन का महीना हो और भगवान शिव पर भजन ना बने ऐसा हो नहीं सकता. हजारीबाग के युवा कलाकार की टोली ने मिलकर भगवान शिव पर गीत बनाया है. जिसे हजारीबाग के सिलवार पहाड़ के आसपास फिल्माया गया है. 9 युवाओं की टोली ने इस भजन को तैयार किया है. खास बात यह है कि इसके सभी कलाकार, एडिटर और डायरेक्टर स्थानीय हैं. कलाकार कहते भी है कि वर्तमान समय में कोरोना के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं और शिवभक्त काफी उदास है. ऐसे में हम लोगों ने यह गीत बनाया है जिसकी चर्चा अब झारखंड से बाहर भी हो रही है.

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इस गाना के एडिटर भी कहते हैं कि हजारीबाग जैसे छोटे शहर में प्रतिभा की कमी नहीं है. अगर मौका मिले तो हम लोग और अच्छा एडिट कर सकते हैं. उनका यह भी कहना है कि अक्सर लोग एडिट करवाने के लिए बड़े शहरों की ओर जाते हैं, लेकिन इस गाने में जिस तरह से एडिट किया गया है आपको ऐसा लगेगा ही नहीं कि हजारीबाग में एडिट किया गया हो.

भजन लिखने वाले कहते हैं कि हम लोगों ने एक छोटा सा प्रयास किया है और साबित किया है कि हजारीबाग में हुनर की कमी नहीं है. अगर प्लेटफार्म मिले तो हम लोग बेहतर कर सकते हैं. इस भजन के बोल, संगीत, निदेशक स्थानीय है. भजन को लिखने में 1 सप्ताह का समय लगा है और पूरे भजन को तैयार करने में 2 दिनों का समय. भजन लोगों को बेहद पसंद कर रहा है इसलिए हमारी मेहनत भी सार्थक साबित हुई है. जब छोटे शहर के कलाकार अपने अदाकारी को विभिन्न प्लेटफार्म पर प्रस्तुत करें और लोग उसे प्रोत्साहित करें तो माना जाता है कि कलाकार का मेहनत रंग ला रहा है. सरकार और स्थानीय लोगों को ऐसे कलाकारों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है.

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