हजारीबाग: जिले के कटकमसांडी प्रखंड के लुपुंग गांव में राजकीय बुनियादी विद्यालय (Rajkiy Buniyadi Vidyalay) इन दिनों सुर्खियों में है. सुदूरवर्ती इलाके के इस विद्यालय में ग्रामीणों ने गौशाला बना दिया था, जहां कई जानवर बांधे जाते थे. यह खबर पूरे जिले में इस तरह से फैली की जिला प्रशासन को संज्ञान लेना पड़ा. शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों ने स्कूल पहुंचकर मामले की जांच की है.
इसे भी पढे़ं: निजी स्कूलों का खस्ताहाल...महामारी में दाने-दाने को मोहताज हो रहे प्राइवेट स्कूलों के शिक्षक, अब सरकार से मदद की आस
हजारीबाग और रामगढ़ जिले में कुल आठ बुनियादी विद्यालय हैं. बुनियादी विद्यालय उसे कहा जाता है जहां छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार की भी जानकारी दी जाती है, जिसमें खेती, बुनाई, लकड़ी के सामान बनाने की जानकारी समेत अन्य बातों की जानकारी दी जाती थी. विद्यालयों में इन सब विषयों की पढ़ाई एकीकृत झारखंड-बिहार में शुरू की गई थी. झारखंड बनने के बाद कुछ सालों तक तो पढ़ाई चली, लेकिन बाद में यह बुनियादी पढ़ाई ही बंद कर दी गई. अब बुनियादी विद्यालयों में बड़े-बड़े चारदीवारी तो जरूर देखेंगे, लेकिन रोजगार की पढ़ाई नहीं होती है.
लुपुंग बुनियादी विद्यालय में 85 छात्र