हजारीबागः लॉकडाउन की वजह से पढ़ाई-लिखाई करने वाले छात्र सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं. ऐसे में विभिन्न स्कूलों ने ऑनलाइन क्लासेस शुरू किया है. ऑनलाइन पढ़ाई के लिए शहर के निजी स्कूलों की ओर से व्यापक इंतजाम किया गया. लेकिन अब सुदूरवर्ती गांव के सरकारी स्कूल में भी ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की गई है. ऐसे में हजारीबाग के इचाक प्रखंड के दरिया गांव के राजकीय उच्च विद्यालय के शिक्षक घर-घर जाकर एप्स डाउनलोड करा रहे हैं और बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.
लॉकडाउन में ग्रामीण बच्चे भी करे रहे ऑनलाइन क्लास, प्रिंसिपल घर-घर जाकर इंस्टॉल करवा रहे हैं एप - हजारीबाग में ऑनलाइन क्लासेस
हजारीबाग के इचाक प्रखंड के दरिया गांव के राजकीय उच्च विद्यालय के शिक्षक घर घर जाकर एप्स डाउनलोड करा रहे हैं और बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. स्कूल के प्राचार्य नरेश रजक न सिर्फ ऑनलाइन क्लासेस ही नहीं करवा रहे हैं बल्कि गांव-गांव में घूमकर अभिभावकों के मोबाइल में एप्प इंस्टॉल करवा रहे हैं ताकि छात्र-छात्राओं को पढ़ाई में मदद मिल सके.
ऐसे में हजारीबाग के सुदूरवर्ती गांव के प्राचार्य नरेश रजक अपना दायित्व पूरा कर रहे हैं. जो सिर्फ ऑनलाइन क्लासेस ही नहीं करवा रहे हैं बल्कि गांव-गांव में घूमकर अभिभावकों के मोबाइल में एप्प इंस्टॉल करवा रहे हैं ताकि छात्र-छात्राओं को पढ़ाई में मदद मिल सके. यही नहीं वे छात्रों का व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाए हुए हैं ताकि ग्रुप के माध्यम से भी उन्हें जानकारी दी जा सके. राजकीय मध्य विद्यालय दरिया ईचाक के प्राचार्य शाम के वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अभिभावकों से मिलते भी हैं और उन्हें प्रेरित करते हैं कि वह बच्चों को पढ़ाई के प्रति जागरूक करें और उनके मोबाइल में जो लिंक और जानकारी दी जा रही है वह बच्चों के साथ साझा करें. शिक्षक का यह भी मानना है कि आज के समय स्मार्टफोन लगभग सभी के पास हैं. बच्चे मोबाइल पर कार्टून और गेम खेलते. ऐसे में उन्हें थोड़ी सी जानकारी अगर एप्प और व्हाट्सएप ग्रुप के बारे में भी दे दी जाए तो वे पढ़ाई कर पाएंगे.
ऑनलाइन शिक्षा पा रही राजकीय मध्य विद्यालय दरिया की छात्रा सुरभि भारती भी कहती है कि उन लोगों को ऑनलाइन पढ़ने के लिए सर ने कहा है. वे प्रत्येक दिन व्हाट्सएप ग्रुप में लिंक भेजते हैं, वे उसे खोलकर पढ़ते हैं. पढ़ने में मजा भी आता है. वे लोग स्कूल तो नहीं जा पा रहे हैं लेकिन उनका पढ़ाई जारी है. छात्रा के अभिभावक कहते हैं कि यह डिजिटल प्लेटफॉर्म शिक्षा के क्षेत्र में काफी मददगार साबित हो रहा है. उन लोगों को स्कूल के प्राचार्य ने कई सारी जानकारी फोन के जरिए दिया है. कभी-कभी बच्चों की जानकारी लेने घर पर भी आते हैं. ऐसे में उन्होंने कई टिप्स दिया है.