हजारीबाग: भारतीय समाज में महिलाओं को शक्ति स्वरूप समझा जाता है. घर पर बेटियों को लक्ष्मी के रूप में पूजा भी जाता है, लेकिन हाल के दिनों में बढ़ते महिला अपराध के कारण समाज काफी परेशान है. ऐसे में खुद को सशक्त करना और सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है. हजारीबाग में राज्य भर से 100 से अधिक छात्र-छात्राएं कराटे और मार्शल आर्ट की प्रैक्टिस कर रही हैं ताकि खुद और आसपास की छात्राओं को सुरक्षित किया जा सके.
महिला अपराध का ग्राफ बढ़ा
लॉकडाउन के समय महिला अपराध का ग्राफ बढ़ा है. ऐसे में लोग काफी चिंतित भी हैं. महिला खुद को सुरक्षित कैसे रखें यह चुनौती से भी कम नहीं है. इसे देखते हुए हजारीबाग में राज्य भर से छात्राएं जुटी हैं और सेल्फ डिफेंस की बारीकियों को सीख रही हैं. छात्राएं कहती हैं कि आज के समय खुद को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है. ऐसे में हम यहां कराटे सीखने आए हैं. हम लोगों को हमारे ट्रेनर कई स्टेप भी सिखा रहे हैं, ताकि हम खुद और आसपास की छात्राओं को भी सुरक्षित रख सके.
राष्ट्रीय स्तर पर कराटे में अपनी पहचान बनाने वाली छात्रा कहती हैं कि 'पहले जब मैं स्कूल में पढ़ा करती थी तो मुझे किसी ने एक बार छेड़ा था. इसके बाद मैंने यह सोच लिया कि खुद को सशक्त करना है. मैने खुद को सशक्त किया और अन्य छात्राओं को ट्रेनिंग दे रही हुं.' वे कहती हैं कि आप घर से बाहर निकले आसपास में वैसे जगह जहां कराटे सिखाया जा रहा है वहां आ जाए और सीखे, ताकि खुद को और अपने आसपास की लड़कियों को सुरक्षित रख सके.