हजारीबागः मौजूदा दशक Startup in India का दशक साबित होने जा रहा है. देश में स्टार्टअप की संख्या तो तेजी से बढ़ रही है. नई पीढ़ी प्रयोग करने और फेल होने से नहीं डरती. हमारी इकोनॉमी जिस तरह से बढ़ रही है, उससे अगले वर्षों में भी यूनिकॉर्न की संख्या और वैल्यूएशन में भारी बढ़त की उम्मीद है. ईटीवी भारत आज आपको एक ऐसे युवक से मिलाने जा रहा है. जिसने स्टार्टअप के जरिए अपना व्यवसाय शुरू किया और अब इतिहास रचने की कोशिश में जुट गया है.
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अनुराग आनंद हजारीबाग का रहने वाला है. जिसने 10 से अधिक देशों में जाकर नौकरी की, जिसका वेतन 25 लाख रुपया सालाना था. लेकिन अनुराग ने कुछ अलग करने की ठानी. उन्होंने सोचा कि क्यों ना अब दूसरों को रोजगार दिया जाए. इसी सोच के साथ शुरू कर डाला हजारीबाग में एक ऐसा व्यवसाय, जो आने वाले समय में ग्रोइंग इंडस्ट्री के रूप में देखा जा रहा है. आम बोलचाल की भाषा में जब कोई व्यक्ति कुछ काम नहीं करता है तो घर वाले बोलते हैं कि क्या तेल बेचोगे. आज हम आपको एक ऐसे ही युवक से मिलवा रहे हैं जिन्होंने तेल बेचने का व्यवसाय शुरू किया है. लेकिन उनका व्यवसाय बेहद खास है. वो ऑर्गेनिक सरसों का तेल Wooden Cold Pressed Oil उपलब्ध करा रहे हैं.
हजारीबाग के कालीबाड़ी रोड में अनुराग आनंद का अपना पैतृक आवास है. अनुराग आनंद ने हजारीबाग के अनद्दा स्कूल से पढ़ाई की, बीकॉम हजारीबाग से ही हुई. उच्च शिक्षा के लिए एमबीए पुणे से डिग्री ली और अमेरिकन कंपनी में काम करना शुरू किया. कड़ी लगन और मेहनत से उन्होंने मुकाम भी पाया, अमेरिका में जाकर नौकरी की. अनुराग की काबिलियत को देखते हुए कंपनी ने पूरे यूरोपीय देशों में जाकर काम करने का मौका दिया. इस दौरान लंदन, फ्रांस, पोलैंड, जर्मनी, दुबई, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क में जाकर कंपनी को बुलंदी दिलायी. अनुराग की मेहनत से उसका वेतन 25 लाख रुपया सालाना हो गया. वो 17 साल तक घर से बाहर रहा और लगभग 5 साल तक विदेश के कई देशों में जाकर नौकरी की.
इसी दौरान उनकी मां को कैंसर हो गया. कैंसर के इलाज में वह कई डॉक्टरों के पास गया. उसे पता चला कि खराब खानपान के कारण उनकी मां इस लाइलाज बीमारी का शिकार हुई हैं. उसी वक्त अनुराग ने सोचा कि वो समाज को High Quality Health Care Products उपलब्ध कराएंगे. अनुराग ने इसको लेकर शोध प्रारंभ किया. रिसर्च के बाद पता चला कि तेल वर्तमान समय में बीमारी का बहुत बड़ा कारण बन रहा है. इस कारण तेल का व्यवसाय करने का मन बनाया. अनुराग ने रांची, पुणे, हैदराबाद, नासिक जाकर ऑर्गेनिक खेती की ट्रेनिंग ली और हजारीबाग में घर से अपना व्यवसाय शुरू किया.
अनुराग आनंद ने स्टार्टअप के जरिए अपने घर में ही ऑर्गेनिक लकड़ी घानी से सरसों तेल का उत्पादन शुरू किया. अनुराग बताते हैं कि इस तेल को बहुत कम तापमान पर तैयार किया जाता है. कम तापमान में तैयार होने के कारण तेल में मौजूद पोषक तत्व बने रहते हैं और जो शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद है. लकड़ी घानी तेल को पहले कोल्हू से तैयार किया जाता था. जिसमें पशु को बांधकर चक्की चलती थी और उसमें बीज डालकर तेल निकाला जाता था. लेकिन वर्तमान समय में सिर्फ बैल हट गया है लेकिन लकड़ी की घानी से ही तेल निकाल कर बाजार में उपलब्ध कराया जा रहा है. इसे Cold Pressed Oil भी कहा जाता है. जिसमें बबूल की लकड़ी से बीज में तेल निकलता है, जिसमें किसी भी तरह का रसायन मिक्स नहीं है.