हजारीबाग: जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना घटी है जिसमें वृद्धा पेंशन की आस में अफसरों के चक्कर काटते-काटते आखिरकर इस दुनिया से चल गई पर उसकी हसरत पूरी नहीं हुई. दरअसल, वृद्धा अपने पति के मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए लगातार दफ्तरों के चक्कर लगा रही थी. बाद में पंचायत भवन में बीडीओ से तीन घंटे के इंतजार के बाद भी महिला की मुलाकात नहीं हो सकी. इसके बाद उसने वहीं दम तोड़ दिया. बाद में उसे एंबुलेंस तक नहीं मिल सका. वृद्ध महिला की मौत के बाद उसके बेटे शव को मोटरसाइकिल से अपने घर तक ढोकर ले गए.
वृद्धा के परिजनों के अनुसार बीडीओ चुरचू पंचायत भवन आए थे. यह जानकारी मिलते ही वृद्धा अपने बेटे और पोते के साथ बीडीओ से मिलने पंचायत भवन पहुंची लेकिन 3 घंटे बाद भी उनकी बीडीओ से मुलाकात नहीं हो सकी और बैठे-बैठे ही अचानक वह गिर गई और उसकी जान चली गई.
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इस पूरे मामले पर प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी ने तो कैमरे के सामने आने की जहमत उठाना भी मुनासिब नहीं समझा. वहीं, हजारीबाग जिले के उपायुक्त आदित्य आनंद ने कैमरे के सामने टालमटोल रवैये के साथ उन्होंने जवाब दिया. वहीं, हजारीबाग से बरकट्ठा निर्दलीय विधायक अमित कुमार यादव ने इस घटना को काफी दुखद बताया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता बटेश्वर मेहता ने भी इस घटना पर पूरे सिस्टम पर ही सवाल खड़ा किया है और पूरे प्रकरण के जांच की मांग की है.
इस घटना ने मानवता को शर्मसार किया है कि एक वृद्ध महिला अपने पति के मृत्यु प्रमाण पत्र लेने के लिए दफ्तरों का चक्कर काटती रही और उसकी सांसे वहीं थम गई. यहां तक की उसके परिजन वृद्धा के शव को मोटरसाइकिल से ढोकर घर ले गए. ऐसे में पूरे सिस्टम पर इस घटना ने सवाल खड़ा कर दिया है.