हजारीबागः कोरोना संक्रमण के कारण 2 साल बाद पंडालों में मां दुर्गा की पूजा की जा रही है. इसलिए भक्तों में उत्साह चौगुना है. गांव-शहर, गली-मोहल्ले मां दुर्गा के मंत्रोच्चारण से गूंजायमान है. ऐसे में भक्त भी मां के दरबार में मन्नत लेकर पहुंच रहे हैं. ऐसे में हजारीबाग काली पूजा समिति भक्तों को प्रसाद देने के पहले भक्तों को मास्क कर दे रहा है. आयोजन समिति का कहना है कि मास्क से जीवन रक्षक है. इसे देखते हुए हम लोगों ने प्रसाद के साथ-साथ मास्क लोगों को दे रहे हैं.
महानवमी की धूमः पूजा पंडालों में पहले दिया जा रहा मास्क फिर प्रसाद
हजारीबाग में महानवमी की धूम देखी जा रही है. कोरोना को देखते हुए कई आयोजन समिति दुर्गा पूजा पंडाल में मास्क का वितरण कर रहे हैं. श्रद्धालुओं को पहले मास्क फिर प्रसाद दिया जा रहा है.
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हजारीबाग में ऐसे तो लगभग डेढ़ सौ स्थानों पर माता का दरबार सजा है. लेकिन हजारीबाग जय मां काली पूजा समिति का मूर्ति और व्यवस्था अन्य पंडालों से अलग है. यहां की मूर्ति इको फ्रेंडली है. जहां मिट्टी से मां का प्रतिमा बनाया गया है. इसमें किसी भी रंग का उपयोग नहीं किया गया है. यहां तक कि मां का वस्त्र और आभूषण भी मिट्टी से ही बनाया गया है. इस कारण यह आकर्षण का केंद्र बिंदु है.
इसके साथ-साथ यह पूजा समिति भक्तों को प्रसाद तो उपलब्ध करा ही रही है इसके पहले मास्क का वितरण किया जा रहा है. जो व्यक्ति प्रसाद लेने आते हैं पहले उसे मास्क कर दिया जाता है फिर प्रसाद. समिति का कहना है कि आज के समय में भी मास्क बेहद जरूरी है इसे देखते हुए हम लोगों ने यह व्यवस्था किए हैं.