हजारीबागः श्रमिक वर्ग देश का ऐसा वर्ग है, जो दिन रात मेहनत करके कमाई करता है. जो श्रमिक महिलाएं होती हैं, उन्हें तो और भी अधिक काम करना होता है. वो घर भी चलाती हैं, बच्चों को पालती भी हैं और दो वक्त की रोटी के लिए मजदूरी भी करती हैं. कोरोना काल में श्रमिकों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. इसको देखते हुए झारखंड सरकार ने मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना की शुरुआत की. जिसके तहत मजदूरों को रोजगार भी मिलना शुरू हो गया है.
इसे भी पढ़ें-Covid-19 effect: भोजन संकट आया तो मदद के लिए आगे आए विधायक, 50 हजार फूड पैकेट बांटने का लक्ष्य
कोरोना के संक्रमण की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण शहरी क्षेत्रों में रहने वाले बेरोजगार ग्रामीणों को रोजगार देने के उद्देश्य से झारखंड सरकार ने मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना की शुरुआत की है. मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना 2021 के तहत मनरेगा की तर्ज पर श्रमिक मजदूरों को 100 दिनों की रोजगार की गारंटी भी दी जाएगी. योजना का लाभ लेने के पहले कार्ड बनवाना होगा. कार्ड बनाने के लिए शहरी स्थानीय निकाय नगर निगम मदद करती है.
तालाब का चौड़ीकरण करते मजदूर हजारीबाग में भी इन दिनों इस योजना का लाभ श्रमिकों को मिल रहा है. मजदूर भी कह रहे हैं कि हमें इस कोरोना काल में खाने की लाले पड़ गए थे. हम बेरोजगार घर में बैठे हुए थे. ऐसे में मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना का लाभ हमें मिला है, हमें काम मिल रहा है. जिसे हम अपना परिवार का भरण पोषण कर पा रहे हैं. इस तरह की योजना संक्रमण काल के दौरान हम लोगों के लिए बेहद लाभकारी होगा. मजदूर का कहना भी है कि हम लोग जो पैसा कमाएंगे, उससे बच्चों को पढ़ा भी पाएंगे. क्योंकि मजदूरी का काम नहीं मिलने के कारण बच्चे पढ़ नहीं पा रहे थे और घर में खाने की समस्या भी हो रही थी. ऐसे में यह योजना हमारे परिवार के लिए वरदान साबित हो रहा है.
इसे भी पढ़ें- IIT कानपुर के पूर्व छात्रों ने जिला प्रशासन को सौंपी मदद, मेडिकल उपकरण कराया मुहैया
दूसरी ओर नगर निगम में सेवा देने वाली पदाधिकारी भी बताती हैं कि हजारीबाग नगर निगम के श्रमिकों के लिए यह योजना वरदान साबित हो रहा है. कोरोना की तीसरी लहर के समय जब श्रमिकों को रोटी नसीब नहीं हो रही थी, दैनिक मजदूरी कार्य बंद थे. ऐसे समय में योजना चलाया जा रहा है. जिसमें प्रत्येक मजदूर को 285 रुपया उनके अकाउंट में दिया जा रहा. हजारीबाग में सड़क, सफाई से लेकर तालाब की चौड़ीकरण, सुंदरीकरण में इन मजदूरों को लगाया जा रहा है. आगे भी हम लोग नगर आयुक्त के निर्देशानुसार इन मजदूरों को अलग-अलग जगह पर काम में लगाएंगे. इसका दो लाभ होगा पहला तो इन्हें रोजगार मिलेगा और दूसरा हजारीबाग शहर साफ सुथरा और सुंदर भी दिखेगा.