हजारीबाग: संपूर्ण लॉकडाउन होने के बाद शहर हो या गांव हर जगह सन्नाटा पसरा है. शहर में प्रशासन पूरी शक्ति के साथ नियम का पालन करवा रहा है. गांव में भी पंचायत को लोग नियम का पालन करने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित कर रहे हैं. कुछ गांव में नो एंट्री का बोर्ड लगा है तो एक ऐसा भी गांव है, जहां प्रवेश करने पर आपको 5051 रुपए का फाइन देना होगा.
प्रधानमंत्री के 21 दिन के लॉकडान का असर शहरी क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है. वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में भी गांव के जनप्रतिनिधि यह कोशिश कर रहे हैं कि नियम का पालन करवाया जाए. इसे लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है, लेकिन हजारीबाग के नावाडीह गांव के हरिजन टोला में अगर आप प्रवेश करने गए तो आपको 5051 रुपए का दंड भरना होगा. अगर डंड नहीं भरे तो आपको पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा.
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बैनर में लिखा गया है कि 3 अप्रैल के बाद कोई भी व्यक्ति गांव के अंदर प्रवेश नहीं कर सकता है. गांव का व्यक्ति गांव से बाहर भी नहीं जा सकता है. अगर कोई व्यक्ति प्रवेश करता है तो उसे आर्थिक दंड लगाया जाएगा. ऐसे में इस टोला में कोई भी लोग प्रवेश करने से बच रहे हैं, लेकिन इस बाबत उस गांव के किसी भी सदस्य ने कैमरे पर नहीं कहा कि हम लोगों ने यह बैनर लगाया है. यहा लगी जो तस्वीर है वह सारी बातें बयां कर रही है. उस गांव के आगे लूटा गांव है. उस गांव में भी बाहरी व्यक्ति का आना वर्जित है. कहा गया है कि जब तक धारा 144 लगा रहेगा कोई भी व्यक्ति गांव के अंदर प्रवेश नहीं कर सकता है. इस बाबत सड़क पर ही बांस लगा कर रोक दिया गया है. यही स्थिति कमोवेश हजारीबाग के कई गांवों में देखने को मिल रही है.