हजारीबाग: वन है तो जीवन है. इस बात को हर एक व्यक्ति जानता है और समझता भी है, लेकिन इसके बावजूद धुआंधार पेड़ की कटाई हो रही है. ऐसा ही एक मामला इचाक प्रखंड के दरिया पंचायत के रमणी जंगल का है, जहां 200 से अधिक पेड़ों को काट दिया गया है और इस बात की भनक विभाग को भी नहीं है.
सरकार एक और वृक्ष लगाने के लिए बिरसा हरित योजना चला रही है तो दूसरी ओर वनों का दोहन भी जोर शोर से हो रहा है. लगभग 10 वर्ष पहले इचाक प्रखंड के दरिया पंचायत में रैती जमीन में पौधे लगाए गए थे. आज पौधे तैयार हो गए हैं. तैयार पेड़ को लकड़ी माफिया काट रहे हैं. लगभग 200 से अधिक पेड इस क्षेत्र में काट दिए गए हैं. काटने के लिए आरी मशीन का उपयोग किया गया है. वहीं, कुछ पेड़ को टांगी से भी काटा गया है. देखने से लगता है कि कुछ दिन पहले ही माफिया ने इस घटना को अंजाम दिया है. हजारीबाग में पेड़ों की कटाई गांव के लोग जब मॉर्निंग वॉक के बहाने जंगल की ओर गए तो वहां कटे हुए पेड़ देखें. यह बात आग की तरह पूरे गांव में फैल गई. ग्रामीणों का कहना है कि पेड़ किसने काटा इस बात की जानकारी उन्हें नहीं है, लेकिन यहां 10 वर्ष पहले पौधे लगाए गए थे ताकि पर्यावरण संतुलित रहे, लेकिन हमारे वृक्षों को किसी ने काट दिया है.
हजारीबाग में पेड़ों की कटाई ये भी पढ़ें:धनबाद: खनन के क्षेत्र में होगा क्रांतिकारी बदलाव, अब रोबोट करेंगे माइनिंग
इस मामले में हजारीबाग मंडल के वन संरक्षक बताते हैं कि उनके कार्यालय को इस बात की जानकारी नहीं है. जब ईटीवी भारत की टीम ने उनसे पूछा तो उन्होंने डीएफओ से इसकी जानकारी ली. डीएफओ ने बताया कि यह घटना सही है और किसी ने भारी संख्या में वृक्षों को काटा है. अब इस मामले में कार्रवाई की जा रही है.